अक्षय तृतीया पर सिंगोली चारभुजा में क्षत्रिय समाज के 50 युगल बंधे परिणय सूत्र में

भीलवाड़ा-मूलचन्द पेसवानी। भीलवाड़ा जिले के सिंगोली चारभुजा स्थित हरिहर धाम में अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर बुधवार को आयोजित चैदहवें क्षत्रिय सामूहिक विवाह सम्मेलन में 50 युगल वैवाहिक बंधन में बंधे। यह आयोजन मेवाड़ क्षत्रिय महासभा भीलवाड़ा, मेवाड़ सामाजिक सेवा संस्थान सिंगोली एवं सामूहिक विवाह सम्मेलन समिति सिंगोली चारभुजा के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ। इस सम्मेलन के माध्यम से अब तक कुल 1139 युगलों का विवाह संपन्न हो चुका है, जो सामाजिक सुधार और एकता का परिचायक है।
इस पावन अवसर पर आयोजित आशीर्वाद समारोह में मांडलगढ़ के पूर्व विधायक और सम्मेलन के संरक्षक प्रदीप कुमार सिंह ने नवविवाहित दंपतियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि, “विवाह जैसे सामाजिक संस्कार को सरल और सुलभ बनाना समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है। सामूहिक विवाह आयोजन न केवल अनावश्यक खर्चों पर रोक लगाता है, बल्कि इससे समाज में समानता और भाईचारे की भावना भी पनपती है।”
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित शाहपुरा रॉयल फैमिली के शत्रुजीत सिंह ने विवाह समिति की सराहना करते हुए कहा कि “ऐसे आयोजनों से समाज में सकारात्मक बदलाव आता है और युवाओं को शिक्षा एवं करियर निर्माण के लिए प्रेरित किया जाता है।” कार्यक्रम की अध्यक्षता वायुसेना के सेवानिवृत्त ग्रुप कैप्टन और राजस्थान खेल परिषद के पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र सिंह बानसी ने की। उन्होंने वर्ष 2010 से सिंगोली में प्रारंभ हुए इस आयोजन को समाज की उन्नति के लिए मील का पत्थर बताया। साथ ही आयोजन के प्रणेता प्रदीप कुमार सिंह के योगदान की सराहना करते हुए आभार प्रकट किया।
महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए जौहर स्मृति सेवा संस्थान महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष निर्मला कंवर और सर्वोत्तम सेवा संस्थान भारत के महेन्द्र सिंह जाखली ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने और सामाजिक कुरीतियों व नशे जैसी प्रवृत्तियों से बचने की अपील की।
समिति के संयोजक कुलदीप सिंह श्यामपुरा ने बताया कि वर्ष 2010 से शुरू हुए इस अभियान में अब तक 1139 युगल परिणय सूत्र में बंध चुके हैं। उन्होंने युवाओं से सामाजिक कार्यों के साथ शिक्षा और करियर पर भी फोकस करने की अपील की। समिति की ओर से वर-वधुओं को 38 प्रकार के उपहार जैसे दृ सोने का मंगलसूत्र, चांदी की बिछुड़ी, पलंग, बिस्तर सेट, सिलाई मशीन, इलेक्ट्रिक प्रेस, बर्तन सेट आदि भेंट स्वरूप प्रदान किए गए।
इस अवसर पर सर्वोत्तम सेवा संस्थान भारत की ओर से 2 लाख 37 हजार रुपए तथा मान सिंह नारायण निवास की ओर से 2 लाख 51 हजार रुपए की राशि कन्यादान हेतु प्रदान की गई।
समारोह में कई प्रबुद्धजन, जनप्रतिनिधि और समाजसेवी उपस्थित रहे, जिनमें आसींद के पूर्व प्रधान चंद्रवीर सिंह जगपुरा, राजपूत छात्रावास केकड़ी अध्यक्ष अंबिका चरण सिंह, उपनिदेशक अभियोजन पृथ्वी सिंह, जय सिंह शक्तावत, रणजीत सिंह लाडपुरा, भंवर सिंह राणावत, सम्पत सिंह सोलंकी, युवराज सिंह राणावत आदि प्रमुख रहे। विवाह के सभी धार्मिक अनुष्ठान विद्वान पंडित गोविंद प्रसाद भट्ट, पंडित रतन लाल शर्मा और बालमुकुंद भट्ट के निर्देशन में पूरे विधिपूर्वक संपन्न हुए। कार्यक्रम का संचालन प्रभु लाल सोमानी ने कुशलता से किया। सम्मेलन की सफलता के लिए भारत सिंह, अक्षय सिंह महुआ, शंकर सिंह सिंगोली, दिनेश सिंह लाडपुरा, राजेन्द्र सिंह अमरतिया, बलवीर सिंह शोभाजी का खेड़ा सहित कई समाजसेवी सक्रिय रहे। पूजा-अर्चना एवं हवन का कार्य संरक्षक प्रदीप कुमार सिंह, संयोजक कुलदीप सिंह श्यामपुरा, दीपा कंवर, कर्मवीर सिंह और मामू कंवर द्वारा संपन्न किया गया।
उल्लेखनीय है कि इस सामूहिक विवाह सम्मेलन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि यदि समाज संगठित होकर कार्य करे तो हर चुनौती को अवसर में बदला जा सकता है। विवाह जैसे पवित्र संस्कार को सरल, सामूहिक और सादगीपूर्ण बनाकर समाज में एक नई चेतना और दिशा प्रदान की जा सकती है।
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