अजमेर बनेगा एलोपैथी और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का हब, पुष्कर रोड पर आयुर्वेद रसायनशाला के नए भवन का शिलान्यास, 6 महीने में शुरू होगी पंचकर्म चिकित्सा

जयपुर/अजमेर। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि अजमेर अब एलोपैथी के साथ आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का हब बनने जा रहा है। यहां स्थापित होने वाला आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा और योग चिकित्सालय आयुर्वेदिक चिकित्सा को नए आयाम देगा और विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करेगा।
वासुदेव देवनानी ने शनिवार को पुष्कर रोड स्थित रसायनशाला में नए भवन का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि अजमेर में विकास कार्यों के तहत चिकित्सा के क्षेत्र में बड़े बदलाव हो रहे हैं। स्थानीय लोगों को अब विशेषज्ञ सेवाओं के लिए जयपुर या दिल्ली का रुख नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है और इसकी सफलता के हजारों उदाहरण हमारे सामने हैं। अजमेर को आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का केंद्र बनाने के लिए राज्य सरकार विशेष प्रयास कर रही है।
देवनानी ने बताया कि अजमेर में 300 करोड़ रुपये की लागत से जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में सुपर स्पेशलिटी सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके साथ ही आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। विश्वविद्यालय में विशेषज्ञ सेवाओं के साथ एक आयुर्वेद अस्पताल भी अटैच किया जाएगा। उन्होंने पुष्कर रोड स्थित रसायनशाला के विकास को अजमेर के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया। आगामी 6 महीने में यहां पंचकर्म चिकित्सा सहित अन्य आयुर्वेदिक सेवाएं शुरू हो जाएंगी।
इस अवसर पर चंद्रभान आक्या, रमेश सोनी, आयुर्वेद विभाग के निदेशक आनंद कुमार शर्मा, अतिरिक्त निदेशक मेघना चौधरी सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।