अयोध्या (यूपी) के पं० राजकुमार शास्त्री ने अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक केन्द्र के संस्थापक डॉ अरविन्द वर्मा को माला पहना कर दिया आशीर्वाद
कलियुग में मां चंडी पाठ का श्रवण करने से होती है अंतःकरण की शुद्धि - पं० राज कुमार शास्त्री, अयोध्या (यूपी)

ANA/Indu Prabha
मां तारा शक्तिपीठ मंदिर में प्रथम वार्षिकोत्सव पर हुआ त्रिदिवसीय कार्यक्रम
खगड़िया। मां तारा शक्तिपीठ मंदिर में आयोजित प्रथम वार्षिकोत्सव पर बेदी पूजन के तहत गौरी गणेश पूजा, मान भगवती तारा पूजा, वेद पारायण, और चंडी पाठ, संध्या आरती, मां भगवती का विशेष कवच पाठ हुआ। तीन दिवसीय नव चंडी पाठ ,वेद पाठ हुआ। इसे समाज के कल्याण हेतु कराया जा रहा है।
अयोध्या (यूपी) के पं० राजकुमार शास्त्री ने मंदिर में पधारे अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक केन्द्र के संस्थापक डॉ अरविन्द वर्मा को माला पहना कर तथा प्रसाद प्रदान कर मां तारा का आशीर्वाद दिया और डॉ वर्मा द्वारा विश्व स्तर पर चलाए जा रहे आध्यात्मिक ज्ञान हेतु जागरुकता अभियान की सराहना भी किए।
मौके पर उपस्थित मीडिया से पं० राजकुमार शास्त्री ने कहा नव चंडी पाठ करने या श्रवण करने से अराधक को अंतःकरण के पापों से मुक्ति मिल जाती है। “वेदः शिवः शिवाे वेदो वेदा ध्यायी सदा शिवः तस्मात सर्व प्रयत्नेन वेद मेव सदा पठेत” इसका तात्पर्य है वेद ही शिव है, शिव ही वेद है। वेद से ही सब कुछ है।
वेद में ही चारों वेद का विस्तृत विवरण दिया गया है। इसलिए इस घोर कलियुग में नव चंडी पाठ का श्रवण कर अतः करण की शुद्धि करें। वार्षिकोत्सव पर आहूत त्रिदिवसीय कार्यक्रम में पाठ एवं वेदोच्चारण करने वाले पंडितों में झारखंड धनबाद से पधारे पंo आचार्य मुकेश मिश्रा, अयोध्या यूपी से पधारे पंo राज कुमार शास्त्री, औरंगाबाद से पधारे राकेश कुमार पाठक, अयोध्या से पधारे आशीष पांडेय तथा अयोध्या से विवेक पाण्डेय के नाम उल्लेखनीय हैं। मां ने मंदिर के संस्थापक नीरज कुमार एवं पंकज कुमार हैं, जिन्हें समाज सेवी संजीव डोम का भरपूर सहयोग मिला।