आचार्य किशोर कुणाल (हनुमान भक्त) पर अनर्गल टिप्पणी करना मुख्य मंत्री लालू प्रसाद को पड़ा मंहगा, जाना पड़ा था जेल – अरविन्द पांडेय, पूर्व पुलिस महानिदेशक

- ANA/Arvind Verma
पटना। “वो महावीर मन्दिर में घंटी बजाता है। ऐसे अफसर को या तो कान पकड़ कर निकाल देना चाहिए या जेल भेज देना चाहिए” ये अहंकारी अनर्गल आवाज थी वर्ष 1996 के मुख्य मंत्री लालू प्रसाद के जिन्होंने हनुमान भक्त किशोर कुणाल, आईपीएस जो उस समय आईएसएफ के डीआईजी पद पर पटना में पोस्टेड थे ,के बारे में कहा था। हनुमान भक्त किशोर कुणाल के बारे में घोर अपमान जनक टिप्पणी की प्रतिक्रिया ये हुई कि उसी के बाद मुख्य मंत्री लालू प्रसाद के जेल जाने का सुयोग और नियति निर्मित हुई थी। उक्त बातें, विंध्याचल (यूपी) निवासी बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक अरविन्द पांडेय, आईपीएस (88) ने किशोर कुणाल के जीवन पर आधारित संस्मरणों को साझा करते हुए इस मीडिया से कही। आगे अरविन्द पांडेय ने कहा इस घटना से सिद्ध हुआ कि श्री रामदूत हनुमान जी की महिमा अपरंपार है और आचार्य किशोर कुणाल उनके कृपा पत्र भक्त थे। तभी तो भक्तापराध के कारण मुख्य मंत्री रहते लालू प्रसाद दंडित हुए थे।