आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक में दादा दादी, नाना नानी सम्मेलन संपन्न
बालक में संस्कारों का बीजारोपण घर से - बंसल
विद्या भारती आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक खुडाला फालना दादा दादी, नाना नानी सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती ओम व भारत माता के समक्ष राजकुमार बंसल (शिशु वाटिका प्रमुख, विद्या भारती राजस्थान क्षेत्र), मुख्य अतिथि भंवर सिंह राजपुरोहित(अधिवक्ता), छगनलाल भाटी (समिति शैक्षिक प्रमुख) नारायण सिंह राजपुरोहित (समिति सदस्य) द्वारा पुष्पांजलि व दीप प्रज्वलित कर किया गया। तथा शिशु कक्षा के भैया बहिन ने गीत, नृत्य, कविता, कहानी, अंग्रेजी स्पोकन, श्लोक, सुभाषित, दादा दादी नाना नानी पर गीत आदि की प्रस्तुति दी एवं दादा दादी के संग पोते पोती ने मोती पिरोना, गुब्बारे फुलाने के खेल, ओर रामायण प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता की।
मुख्यवक्ता राजकुमार बंसल ने बताया की भारतीय संस्कृति में परिवार व्यवस्था श्रेष्ठ रही है उसी के आंचल में बालक का सर्वांगीण विकास होता है। बालक में संस्कारों का बीजारोपण घर से होता है। घर में बड़ो की भाषा , वेशभूषा, उनका परिवार के साथ व्यवहार आदि का अधिक प्रभाव पड़ता है उसी से बालक सीखता है। घर में आपस में मातृ भाषा का प्रयोग करे, महापुरुषों का गौरव सुनाए, प्रेरक प्रसंग सुनाए, अच्छा भोजन परिवार के साथ करे आदि विषयो पर चर्चा की गई।
प्रधानाचार्य मनोहर रावल ने सभी अतिथियों का परिचय करवाया और कार्यक्रम की भूमिका रखी। तथा शैक्षिक प्रमुख छगनलाल भाटी ने परिवार व्यवस्था को ठीक प्रकार से रखने और संस्कारों को आगामी पीढ़ी तक देने का श्रेय सभी घर के बड़ो का दायित्व बताया साथ ही मुख्य अतिथि भवरसिंह राजपुरोहित ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उपस्थित सभी दादा दादी नाना नानी से अपेक्षित सुझाव लिए।
इस अवसर पर कक्षा अरुण से द्वितीय तक 72 दादा दादी और नाना नानी उपस्थित रहे। इस अवसर पर जिला सचिव सुरेश मालवीय, ललिता रावल, ममता गोस्वामी, भावना देवासी, मंजू सुथार, वन्दना भाटी, रमेश कुमार, गणपत कुमार, हितेश कुमार, हुकम सिंह, पोमाराम, किरण सिंह, सुरेश कुमार , प्रभुराम, अनीषा कुमारी, मंजू प्रजापत, कमलेश कुमार सहित आचार्य बंधु भगिनी उपस्थित थे। मंच संचालन निकिता शर्मा ने किया एवं आभार प्रकट समिति सदस्य नारायण सिंह राजपुरोहित ने किया।