आर्य वीर दल दयानन्द सरस्वती व्यायाम शाला लाखोटिया मार्ग को पंचयज्ञ प्रकाशिका पुस्तकें भेंट

- पाली
आर्य वीर दल पाली में आज नियमित शाखा संचालन ध्वज गान एवं जयघोष के बाद बच्चों की शारीरिक खेल के साथ बौद्धिक ज्ञान तथा स्वाध्याय के प्रति रूचि जागरूक करके धार्मिक संस्कार और राष्ट्रभक्ति का भाव भरने एवं सप्ताहिक अधिवेशन के लिए जोधपुर के भामाशाह महेन्द्र गहलोत द्वारा मातृश्री पुष्पा देवी तथा आर्य समाज जालोरियां का बास जोधपुर के प्रधान श्याम आर्य की प्रेरणा से प्रकाशित दैनिक पंचयज्ञ प्रकाशिका की 15 पुस्तकें अध्यक्ष दिलीप परिहार एवं 20 पुस्तकें कोषाध्यक्ष महेन्द्र प्रजापत के मार्फत कुल 35 पुस्तकें प्राप्त हुई जो आज आर्य वीर दल के लिए सचिव हनुमान आर्य एवं गुरु गणपत भदोरियां की गरिमामय उपस्थिति में भेट की गई।
प्रचार मंत्री घेवरचन्द आर्य ने बताया कि आर्य वीर दल सचिव हनुमान आर्य ने अपनी और से वैदिक धर्म से सम्बंधित ज्ञान वर्धक एवं देशभक्तों की प्रेरणा दायक जीवन चरित्र की करीब 25 पुस्तकें साथ में वैदिक संसार मासिक के सब अंक आर्य वीर दल के पुस्तकालय के लिए भेंट की गई। प्रचार मंत्री घेवरचन्द आर्य ने अपनी और से महर्षि दयानन्द सरस्वती की उतराधिकारीणी परोपकारीणी सभा के मुखपत्र परोपकारी पाक्षिक, वैदिक संसार मासिक के नियमित अंक और वैदिक धर्म से सम्बन्धित ज्ञानवर्धक 25 पुस्तकें खरीदकर आर्य वीर दल को भेंट करने की घोषणा की गई। ये पुस्तकें आर्य वीर वीरांगनाएं पढ़ने के लिए अपने घर पर भी लेकर जा सकते हैं। पुस्तक 15 दिन में पढ़कर वापस जमा करवानी जरूरी है।

वरिष्ठ आर्य वीर गणपत भदोरियां ने पुस्तकों के महत्व और वर्तमान समय में उसकी आवश्यकता पर उद्बोधन देते हुए कहां की धार्मिक और ज्ञानवर्धक पुस्तकें मनुष्य का गुरू होती है। उसमें राष्ट्र धर्म, इतिहास एवं महापुरुषों के प्रेरणादायक जीवन चरित्र सम्बंधित ज्ञानवर्धक जानकारी होती है उसको पढ़कर जीवन में धारण करना चाहिए। इस अवसर पर गणपत भदौरिया, हनुमान आर्य, घेवरचन्द आर्य, रामचन्द्र भट्ट, विनोद तोमर, मुकेश देवड़ा, राहुल तेजी, भरतवीर सिंह, रीकू पंवार, पूजा तोमर, सिद्धार्थ आर्य, सुनिल आर्य, मोहनीश पवार, मनीष प्रजापत, सचिन कुमावत, घनश्याम रांकावत, मनन भदोरिया, सहित कई आर्य वीर वीरांगनाएं मौजूद रहे।












