कक्षा में बच्चों की परिचित भाषा का इस्तेमाल करना सीखने के लिए महत्वपूर्ण – प्रजापत

- नाडोल
कक्षा में बच्चों की परिचित भाषा का इस्तेमाल करना सीखने के लिए महत्वपूर्ण है।
अतः प्राथमिक कक्षाओं में बच्चों के घर की भाषा का शिक्षण में उपयोग किया जाना चाहिए। उक्त उद्गार अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी लालाराम प्रजापत ने स्थानीय महात्मा गांधी विद्यालय में आयोजित क्लस्टर स्तरीय बहु भाषा शिक्षण आमुखीकरण कार्यशाला में व्यक्त किए।
प्रजापत ने कहा कि सीखने सिखाने के लिए भाषाओं का सहज और मिला जुला इस्तेमाल करना चाहिए।इस अवसर पर प्रधानाचार्य दलपत सिंह राजपुरोहित ने मातृभाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मातृभाषा का उपयोग करने पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला व्यवस्थापक मदनलाल माली ने बताया कि सरस्वती पूजन से प्रारंभ हुई कार्यशाला में संदर्भ व्यक्ति प्रधानाचार्य विजय सिंह माली ने अलग-अलग सत्रों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020व निपुण भारत, स्थानीय भाषा आधारित शिक्षण अवधारणा व प्रमुख रणनीतियां, बहुभाषी शिक्षा के संदर्भ में आर एस सी ई आर टी व डाईट द्वारा किए गए कार्य, विकसित की गई अनुदेशनात्मक सामग्री की जानकारी दी तथा संभागियों से स्थानीय भाषा शब्द कोश तैयार करवाया।
संभागियों ने गोडवाडी बोली में कहानी, कविता प्रस्तुत की। कार्यशाला में जय सिंह राजपुरोहित,ललित नारायण, मांगीलाल सोलंकी,भारत सिंह पालीवाल,संजु विश्नोई, अशोक पालीवाल समेत 38 शिक्षकों ने भाग लिया। मदनलाल माली व रघुवीर सिंह ने कार्यशाला की व्यवस्थाएं संभाली। उल्लेखनीय है राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020के क्रियान्वयन के क्रम में कक्षा 1-2के हिंदी भाषा विषयक शिक्षकों का बहुभाषी शिक्षण की दृष्टि से देसूरी नाडोल व बागोल में क्लस्टर स्तरीय आमुखीकरण कार्यशाला आयोजित की जा रही है।