कदवारा पुल निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा घोर अनियमितता निर्माण से पूर्व पिलरें हुआ क्षतिग्रस्त

डायवर्सन मेरे प्राक्कलन में नहीं – संवेदक
- टुण्डी
सरकार का सपना था कि प्रखंड के हर गली-मोहल्ले मुख्य मार्ग से जुड़े और आम जनता को एक सुलभ और सरल रास्ता नसीब हो परन्तु कुछ छुटभैय्ए एवं बिचोलिए संवेदक इस पर बहुत बड़ा अड़ंगा डाल कर जनता के सपनों को साकार करने में बहुत बड़ा बाधक बन रहे हैं। इसका जीता-जागता उदाहरण पश्चिमी टुंडी क्षेत्र के मनियांडीह थाना अंतर्गत कदवारा पुल निर्माण कार्य में तब देखने को मिला जब ग्रामीणों की विशेष मांग पर मीडिया बंधू ने कार्यस्थल का दौरा किया तो कार्य की दुर्गति देखकर ग्रामीणों के साथ साथ मीडिया बंधू भी हतप्रभ रह गए। स्थानीय विधायक मथुरा प्रसाद महतो की गरिमामय उपस्थिति में पुल का शिलान्यास एक बर्ष पूर्व किया गया था उस समय इस रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों को बहुत बड़ी खुशी एवं आशा जगी थी कि हमलोगों को अब तकलीफों से सामना करना नहीं पड़ेगा क्योंकि पुल निर्माण का आधारशिला रख कर वर्तमान सरकार ने हमलोगों को एक उपहार प्रदान किया है।

आज़ परिस्थितियों कुछ और ही बयां कर रही है पुल निर्माण कार्य का शिलान्यास हुए क़रीब एक बर्ष होने को चला फिर कार्य की प्रगति एवं गुणवत्ता काफी धीमी है एवं संवेदक द्वारा खुलेआम घोर अनियमितता बरती जा रही है वर्तमान में चार पिलरों का निर्माण किया गया है जो कि निर्माण होते हैं सरिया से सीमेंट छोड़ दें रहा है। साथ ही एक और आश्चर्यचकित बातें संवेदक द्वारा कही जा रही है कि इस पुल निर्माण कार्य में डायवर्सन मेरे प्राक्कलन में नहीं है। डायवर्सन नहीं होने के कारण आस पास के लोगों को करीब 5 से 10 किलोमीटर की दुरी तय कर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ रहा है जो काफ़ी संकटप्रद है।सरिया भी मात्र 9 एम एम एवं सीमेंट भी घटिया क्वालिटी का होने से गिरना प्रारंभ हो गया है।
ग्रामीणों ने मीडिया के समक्ष अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अगर समय रहते जिला प्रशासन कदवारा पुल निर्माण कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित नहीं किया तो पूरे दावे के साथ कह सकता हूं कि निर्माण कार्य होने के कुछ ही दिनों में यह पुल धाराशाई हो जायेगा क्योंकि इस नदी का पानी का बेग बहुत ही तेजी के साथ बर्षा के दिनों में बढ़ोतरी होती रहती है। साथ ही ग्रामीणों में घटिया निर्माण कार्य को लेकर काफी असंतोष देखा जा रहा है एवं अपने बहुमूल्य रास्ते की इस तरह की दुर्गति देखकर अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं और जिला प्रशासन को कोस रहे हैं।










