कदवारा पुल में डायवर्सन नहीं होने से लोगों को हो रही भारी फजीहत

- टुण्डी
ग्रामीणों द्वारा धनबाद उपायुक्त को जनता दरबार में हस्ताक्षर युक्त आवेदन देने पर बनी सहमति।
पहली बार बिना डायवर्सन के बन रहे टुण्डी प्रखंड के मछियारा पंचायत अंतर्गत कदवारा पुल इन दिनों आम जनता का किरकिरी बनता जा रहा है। और लोग काफ़ी संकटों से जुझ रहे हैं। प्राप्त समाचार के अनुसार एक बर्ष पूर्व कदवारा पुल का शिलान्यास हुए हुआ अब तक कार्यों में तेजी नहीं आईं कारण जो भी हो। संवेदक द्वारा घोर लापरवाही एवं मनमानी का शिकार ये पुल अपनी दुर्दशा पर आठ आठ आंसू बहा रहा है। करोड़ों की लागत से बनने वाली यह पुल में आम जनता के लिए कोई विकल्प नहीं दिया गया है। लोगों को डायवर्सन के अभाव में करीब 8/10 किलोमीटर की दुरी तय कर प्रखंड मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा है।

समाजसेवी किशोर कुमार हेंब्रम ने झारखंड जागरण संवाददाता टुण्डी को बताया कि झारखंड का यह पहला पुल है जो बिना डायवर्सन का निर्माणाधीन है कार्य भी काफ़ी धीमी है साथ ही गुणवत्ता विहीन यह पुल की सुधि लेने एवं असुविधाओं को देखने अब तक कोई मसीहा ग्रामीणों से मिलने की ज़रूरी नहीं समझ रहे हैं जिससे ग्रामीणों में असंतोष व्याप्त है।अंत में आज़ सोमवार देर शाम को सभी ग्रामीणों ने बैठक कर निर्णय लिया कि कल मंगलवार को धनबाद उपायुक्त द्वारा आयोजित जनता दरबार में हस्ताक्षर युक्त आवेदन पत्र सौंपने कर कदवारा पुल की वस्तु स्थिति से अवगत कराने की सहमति बनी। खासकर डायवर्सन नहीं होने से ग्रामीण काफ़ी दुःखी हैं साथ ही संवेदक की कार्यप्रणाली जो कह रहे हैं कि कदवारा पुल निर्माण कार्य में प्राक्कलन में डायवर्सन नहीं है इसी विषय को लेकर ग्रामीण कल उपायुक्त धनबाद से मिलेंगे और डायवर्सन निर्माण अविलंब हो इस पर चर्चा करेंगे।










