खान्या के बालाजी मन्दिर प्रांगण में श्री राम कथा का हुवा समापन

कथा वाचक सत्यम शिवम सुन्दरम हिन्दू सनातन धर्म प्रचारक मण्डल प्रयागराज काशी महन्त धर्मराज उत्तर प्रदेश वाले ने बताया कि श्री राम कथा में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम भक्त हनुमान जी सीता माता का पत्ता लगाने लंका गए और सीता माता से मिले उनको प्रणाम किया व प्रभु श्री राम जी का संदेश दिया और उस सन्देश में कहा कि में बहुत जल्द आपको लेने आऊंगा।फिर हनुमान जी को भूख लगने के कारण वह अशोक वाटिका में फल खाने लग गए और पेड़ो को उखाड़ कर अशोक वाटिका को तहस-महस कर दिया।उसके बाद रावण को पता चला तो हनुमान जी को बन्दी बना कर हनुमान जी की पूछ में आग लगा दी।
फिर हनुमान जी ने अपनी पूछ में लगी हुई आग से पूरी लंका को जला दिया और महाराज श्री धर्मदास जी ने बताया कि भगवान श्री राम ने सीता माता को रावण से छुड़ाने के लिये रावण से युद्ध किया और अहंकारी रावण का वध किया। और सीता माता को लंका से अयोध्या लाये। महाराज श्री ने बताया कि इस संसार मे हमेशा सत्य की जीत होती है असत्य की हार,धर्म की जीत और अधर्म का नाश होता है।
इस श्री राम कथा में राम भक्त राजेन्द्र खटीक, बालूराम खटीक, मुन्ना लाल खटीक, उकार टेपण, गोपाल माली, देव करण माली, गोपाल जीनगर,राधेश्याम धोबी, नितेश शर्मा, कान्हा गुर्जर महिला मण्डल अध्यक्ष विमला शर्मा, राज दुलारी शर्मा, गुलाबी खटीक, सीता खटीक,लाडू गुर्जर, सुशीला सुवालका,आशा पाराशर, बेबी कवर, बिन्नू शर्मा, मंजू शर्मा, मधु मुंदड़ा और सलोचना जोशी आदि उपस्थित थे।