जयपुर में पहली बार होगा आईफा अवार्ड्स का आयोजन, मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में व्यक्त की खुशी

जयपुर – जयपुर में इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी अवार्ड्स (आईफा) के सिल्वर जुबली संस्करण का आयोजन होना प्रदेश के लिए गर्व की बात है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि यह केवल एक अवॉर्ड समारोह नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा और संस्कृति के वैश्विक विस्तार का प्रतीक है, जिससे राजस्थान को अंतरराष्ट्रीय फिल्म और मनोरंजन उद्योग में नई पहचान मिलेगी।
नोवोटल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहली बार है जब राजस्थान में प्रतिष्ठित आईफा अवार्ड्स का आयोजन हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक मनोरंजन और सांस्कृतिक उद्योग का केंद्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, और आईफा का यह आयोजन उसी विजन का सशक्त प्रतिबिंब है। इस आयोजन से राजस्थान एक वैश्विक फिल्म शूटिंग स्थल, डेस्टिनेशन वेडिंग और लाइव इवेंट्स के लिए प्रमुख केंद्र के रूप में उभरेगा।
फिल्म शूटिंग और पर्यटन के लिए अनुकूल वातावरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान अपनी भव्यता, शाही विरासत और राजसी आतिथ्य के लिए प्रसिद्ध है। हर साल हजारों विवाह यहां के किलों, हवेलियों और होटलों में होते हैं, जिससे होटल, पर्यटन, स्थानीय कारीगरों और हस्तशिल्प उद्योग को लाभ मिलता है। पिछले एक वर्ष में राजस्थान में 61 वेब सीरीज, डॉक्यूमेंट्री, विज्ञापन फिल्में, फीचर फिल्में, टीवी शो, टीवी सीरियल और म्यूजिक वीडियो शूट हुए हैं। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, बीकानेर, पाली, जैसलमेर और शेखावाटी जैसे क्षेत्र फिल्म निर्माताओं की विशेष पसंद बनते जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में फिल्म निर्माण के लिए अपार संभावनाएं हैं। यहां की सुनहरी रेत, विशाल किले, झीलें, वन्य जीव अभयारण्य, अरावली की पहाड़ियां और जीवंत ग्रामीण जीवन फिल्मकारों को अनूठा कैनवास प्रदान करते हैं। राजस्थान के बिना बॉलीवुड की कल्पना नहीं की जा सकती।
सुव्यवस्थित बुनियादी ढांचा और आसान परमिशन प्रणाली
राजस्थान सड़कों, रेलवे और हवाई मार्ग के माध्यम से देश और दुनिया से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। जयपुर, जोधपुर, किशनगढ़, जैसलमेर, उदयपुर और बीकानेर जैसे शहरों में हवाई यात्रा की सुविधा उपलब्ध है। प्रधानमंत्री की विशेष रुचि से राजस्थान के हर कोने के लिए ट्रेनें भी उपलब्ध हैं।
फिल्म निर्माण को सरल बनाने के लिए राज्य सरकार ने सिंगल विंडो प्रणाली लागू की है, जिससे सभी आवश्यक परमिशन 15 दिनों के भीतर ऑनलाइन जारी हो जाती हैं। वन्य जीवन पर आधारित फिल्मों और डॉक्यूमेंट्री के लिए राजस्थान एक बेहतरीन जगह है। जवाई और झालाना में लेपर्ड, रणथंभौर और सरिस्का में टाइगर रिजर्व जैव विविधता को दर्शाते हैं।
बॉलीवुड कलाकार राजस्थान की संस्कृति के दूत
मुख्यमंत्री ने कहा कि बॉलीवुड कलाकार राजस्थान की संस्कृति के वैश्विक प्रतिनिधि हैं। वे जब राजस्थान में शूटिंग करते हैं तो प्रदेश की समृद्ध विरासत को दुनिया तक पहुंचाते हैं। यहां की सड़कों का नेटवर्क फिल्म निर्माण के लिए अनुकूल है और ग्रामीण क्षेत्रों में भी शूटिंग को आसान बनाता है।
मुख्यमंत्री ने फिल्म जगत के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि राजस्थान में फिल्म बनाना केवल एक प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि एक अनुभव है, जहां प्रकृति, इतिहास और संस्कृति हर दृश्य को अमर कर देते हैं। उन्होंने आईफा के सफल आयोजन के लिए प्रदेशवासियों की ओर से शुभकामनाएं दीं और कहा कि राजस्थान की मेहमान नवाजी हर किसी को पसंद आती है।
पर्यावरण संरक्षण और हरित पहल
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश का पहला ग्रीन बजट पेश किया गया है। जल आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए मध्यप्रदेश और हरियाणा के साथ जल समझौते किए गए हैं। प्रधानमंत्री की पहल पर चलाए गए “एक पेड़ मां के नाम” अभियान में राजस्थान पौधारोपण में अग्रणी रहा है। आईफा अवार्ड्स के आयोजन से प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटन को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सीतापुरा स्थित रीको परिसर में आईफा गार्डन का उद्घाटन किया और पौधारोपण किया। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, अतिरिक्त मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री कार्यालय) शिखर अग्रवाल, आईफा आयोजन समिति के सब्बास जोसेफ, विराफ सरकारी और आंद्रे टीमिन्स सहित फिल्म जगत के कई कलाकार मौजूद रहे।