टुंडी में आखिर कब तक हाथियों से निजात मिलेगी लोगों को,वन विभाग लाचार विभाग हो रही है साबित।
- टुंडी
टुंडी जैसे क्षेत्रों में आखिर कब तक हाथियों के आंतक से परेशान रहेंगे यहां की जनता किसी तरह एक सप्ताह शांति से रहते हैं अगले सप्ताह हाथी आ धमकते हैं क्षेत्रों में जिससे बाल बच्चों को लेकर रहने वालों के साथ घोर संकट पैदा हो जाता है।
बताते चलें कि पश्चिमी टुंडी के बस्तीकुल्ही हाथियों का शरणस्थली बन सा गया है कल रात चार हाथियों के झुंडों ने तिलक राय द्वारा लगाए गए मकई के फसलों को पैरों तले रौंद डाला गया जिसमें अनुमानित दो से तीन हज़ार रुपए का फ़सल बर्बाद गया। फिलहाल हाथियों का झुंड वन विभाग टुंडी के मशालचियों द्वारा परसबनी की और खदेड़ा गया है। टुंडी वन विभाग हाथियों द्वारा फसलों या लोगों को नुक़सान होने पर पहुंचते हैं यह बहुत ही दुखत बातें सी है फ़सल का मुआवजा राशि कब निर्गत होगा विभाग स्वयं अनभिज्ञ जाहिर करता है किसानों ने बहुत ही कष्टों से फ़सल लगाते हैं।
हाथियों ने चंद मिनटों में बर्बाद कर चला जाता है और मुआवजा राशि कई सालों बाद मुहैया कराई जाती है।देखा जाए तो टुंडी वन विभाग एक लाचार विभाग बन कर रह गई है। आखिर यहां की जनता को इन गजराजों से छुटकारा कब मिलेगी यह विभाग भी बताने में अनभिज्ञता जाहिर करता है। भगवान भरोसे जीवन यापन करने को मजबूर हैं टुंडी के मूलवासी।