डेड़ेसी माताजी मंदिर में दीपावली पर्व पर भक्ति और उल्लास का माहौल

मलाणु (उपखण्ड बाली)। दीपावली का पावन पर्व उपखण्ड बाली क्षेत्र के मलाणु स्थित डेड़ेसी माताजी मंदिर पर भक्तिभाव और उल्लास के साथ मनाया गया। मंदिर परिसर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। अमावस्या के दिन से ही मंदिर में पूजा-अर्चना, दीप प्रज्वलन और माताजी के दर्शन के लिए ग्रामीणों सहित आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने लगे।

श्रद्धालुओं ने रखी व्रत, माताजी को चढ़ाई सुनड़ी
दीपावली उत्सव के बाद माताजी के श्रद्धालुओं द्वारा पारंपरिक व्रत रखा गया। व्रतधारी महिलाओं ने माताजी को सुनड़ी (मिष्ठान्न) चढ़ाई और पारंपरिक रीति से सुप्रथ माताजी का पूजन किया। इस दौरान महिलाओं ने व्रत की विधि पूर्ण करते हुए भजन-कीर्तन और जयकारों के बीच माताजी से परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
ढोल-नगाड़ों के साथ माताजी के जयकारे
पूरे दिन मंदिर प्रांगण भक्ति के रंग में रंगा रहा। श्रद्धालु ढोल-नगाड़ों की ताल पर नाचते-गाते माताजी के जयकारे लगाते नजर आए। महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में सजे-धजे समूह में गरबा नृत्य प्रस्तुत किया। माहौल में भक्ति और लोक संस्कृति की झलक एक साथ देखने को मिली।
सिंदूर खेला और पूजा महोत्सव
महिलाओं ने माताजी के समक्ष सिंदूर खेला की रस्म निभाई, जिसमें सभी ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर माताजी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। पूरा मंदिर परिसर लाल और केसरिया रंगों से सराबोर हो गया।
बच्चों में मेले को लेकर उत्साह
दीपावली पर्व के मौके पर मंदिर परिसर के आसपास सजे छोटे-छोटे मेले में बच्चों का विशेष उत्साह देखने को मिला। झूले, खिलौनों और मिठाई की दुकानों पर खूब भीड़ रही।
सुरक्षा और व्यवस्था के खास इंतजाम
भीड़ को देखते हुए स्थानीय ग्रामवासियों ने स्वयंसेवक दल बनाकर व्यवस्था संभाली। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पानी, प्रकाश और यातायात की भी उचित व्यवस्था की गई थी।
इस प्रकार डेड़ेसी माताजी मंदिर पर दीपावली का त्यौहार पूरे भक्तिभाव, पारंपरिक रीतियों और सांस्कृतिक उल्लास के साथ मनाया गया।














