पंजीयन और मुद्रांक विभाग का नवाचार, ई-स्टाम्प की प्रमाणिकता के लिए जागरूकता अभियान का शुभारंभ

बारां। पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग ने ई-स्टाम्प की प्रमाणिकता और सुरक्षा मानकों को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए “अपने ई-स्टाम्प सर्टिफिकेट को जाने” नवाचार की शुरुआत की। इस अभियान का शुभारंभ पंजीयन एवं स्टाम्प डीआईजी कोटा पुष्पा हरवानी ने उप पंजीयक कार्यालय कोटा में किया।
इस नवाचार के तहत इलेक्ट्रिक क्लिप ऑन बोर्ड पोस्टर का उपयोग किया गया, जिससे आम जनता को ई-स्टाम्प और उसमें मौजूद सुरक्षा मानकों की जानकारी दी जाएगी। डीआईजी हरवानी ने बताया कि रजिस्ट्री या अन्य प्रयोजनों के लिए ई-स्टाम्प खरीदते समय नागरिकों को ई-स्टांपिंग मोबाइल ऐप से 2डी बार कोड स्कैन कर उसकी प्रमाणिकता की जांच करनी चाहिए।
ई-स्टाम्प की सुरक्षा मानकों पर जानकारी
डीआईजी ने ई-स्टाम्प के सुरक्षा मानकों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसमें माइक्रो प्रिंट, तीन स्थानों पर वॉटरमार्क, टेक्स्ट थ्रेड में स्टाम्प ड्यूटी और भुगतान की गई राशि, दिनांक-समय, टू-डी बार कोड, असममित क्रम में प्रमाणपत्र संख्या, और टेक्स्ट रिबन में एसएचसीआईएल जैसे फीचर्स शामिल हैं।
उद्देश्य और क्षेत्रीय फोकस – उन्होंने कहा कि कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ और आसपास के क्षेत्रों में ई-स्टाम्प को लेकर जागरूकता फैलाना मुख्य उद्देश्य है।
कार्यक्रम में उपस्थित व्यक्ति – कार्यक्रम में उप पंजीयक शिक्षा पवन, के के गोयल, प्रहलाद मीना, पद्मा, कन्हैयालाल सोनी, प्रकाश, सुखविंदर, स्टॉकहोल्डिंग ई-स्टाम्पिंग के एरिया मैनेजर पवन रुनवाल, शाखा प्रबंधक मधुसूदन, जितेंद्र सिंह, वर्षा, स्टाम्प विक्रेता विष्णु मित्तल और अधिवक्तागण मौजूद रहे।