पैग़ाम-ए-मुहम्मद ऑर्गेनाइज़ेशन और द ब्रिटिश इंग्लिश स्पीकिंग इंस्टीट्यूट द्वारा फ्री मेडिकल व ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन हुआ

कानपुर आज दिनांक 19 जनवरी 2025 को मानवता की सेवा के मकसद से हज़रत अली की यौम-ए-पैदाइश के मौके पर पैग़ाम-ए-मुहम्मद ऑर्गेनाइज़ेशन और द ब्रिटिश इंग्लिश स्पीकिंग इंस्टीट्यूट द्वारा एक फ्री मेडिकल व ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन हुआ जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने शहर के बड़े डॉक्टर से परामर्श किया ज्ञात हो की यह कैंप शहर की घनी आबादी स्थित बेकनगंज के एहसान मैरिज हॉल में शहर के सम्मानित लोगों की उपस्थिति में आयोजित हुआ.
जहां विभिन्न रोगों के डॉक्टरों ने अपनी सेवाएं दी वही बड़ी तादाद में ब्लड डोनेशन भी हुआ साथ ही साथ जवाहरलाल रोहतगी हॉस्पिटल के सहयोग से आंखों की जांच एवं निशुल्क ऑपरेशन के लिए भी कैंप लगाया गया था जिसमें लोगों ने अपनी जांच कराई एक ही छत के नीचे हर प्रकार के रोगों की जांच एवं डॉक्टर से परामर्श करके लोग काफी उत्साहित नजर आए बड़ी संख्या में पहुंचे मरीज को हर प्रकार की फैसेलिटीज दी गई जनहित में ब्लड डोनेशन करने वाले लोगों को संस्था द्वारा सम्मानित भी किया गया कार्यक्रम आयोजक द ब्रिटिश इंग्लिश स्पीकिंग इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर अलीम खान सर ने बताया कि इस स्वास्थ्य कैंप में चीफ गेस्ट के तौर पर दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश माननीय रमेश चंद्र कुंड एवं रवि शंकर हवेलकर रहे.
कैंप में निम्नलिखित डॉक्टर मौके पर मौजूद रहे
– डॉ० असीम उल्ला खान (हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ)
* डॉ सलीम ख़ान (नाक कान गला रोग विशेषज्ञ)
* डॉ० समीर ख़ान (जनरल फिजिशियन व मधुमेह विशेषज्ञ)
* डॉ० मेहताब शेख (चर्म, त्वचा एवं केश रोग विशेषज्ञ)
* डॉ सना ख़ान (स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ)
* डॉ गुलनार अशरफ़ (स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ) आदि डॉक्टर ने अपनी सेवाएं दी
कैंप में संरक्षक के तौर पर शामिल हुए समाजसेवी जनाब वकास बवेजा,डॉ मुबारक अली ,महबूब आल सलीम खान, इला बाजपेई सीमा अग्रहरि, ज़मीर व नीलोफर,साजिद सर अतिथि के तौर पर शामिल रहे कैंप में आरोग्यधाम के वरिष्ठ होम्योपैथिक फिजिशियन डॉक्टर हेमंत मोहन ने कहा कि रक्तदान महादान है युवाओं को जो स्वस्थ है उनको रक्तदान की तरफ अपना कदम बढ़ाना चाहिए और यह प्रकार का भ्रम है कि रक्तदान करने से हमारे शरीर में खून की कमी हो जाती है प्रत्येक चौथे या पांचवे महीने में हमको रक्तदान करना चाहिए या साल में दो बार अवश्य करना चाहिए इससे हमारे शरीर की बोन मैरो सक्रिय रहती है केवल उन लोगों को रक्तदान नहीं करना चाहिए जो महिलाएं गर्भावस्था में है या जिनका खून की कमी है या बच्चे 15 वर्ष से कम आयु के और उन लोगों को भी नहीं करना चाहिए जो लोग गुर्दे के रोग से पीड़ित हैं कैंसर से पीड़ित है या हृदय संबंधी गंभीर समस्याओं से पीड़ित है बाकी हमारे शरीर के रक्त से किसी की जान बच सकती है तो हम सब लोग को मिलकर इस महान उत्सव में अवश्य भाग लेना चाहिए