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प्राथमिक शिक्षा में मातृभाषा आधारित शिक्षण का महत्वपूर्ण स्थान -सीरवी देसूरी

17 दिसम्बर


प्राथमिक शिक्षा में मातृभाषा आधारित शिक्षण का महत्वपूर्ण स्थान है अतः कक्षा 1-2को पढ़ाने वाले शिक्षकों को कक्षा में इस दृष्टि से तैयार की गई अनुदेशनात्मक सामग्री का उपयोग करना चाहिए ।

उक्त उद्गार जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बगड़ी नगर के उप प्राचार्य मांगीलाल सीरवी ने स्थानीय राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नं 3में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बगड़ी नगर के तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय बहुभाषा शिक्षा आमुखीकरण कार्यशाला में व्यक्त किए।

सीरवी ने कहा कि बाल्यावस्था बच्चों के सीखने की नींव है अतः बच्चों को अधिकाधिक सीखने के अवसर प्रदान करे।
कार्यशाला व्यवस्थापक मदनलाल माली ने बताया कि सरस्वती पूजन से प्रारंभ हुई कार्यशाला के अलग-अलग सत्रों में संदर्भ व्यक्ति -विजय सिंह माली प्रधानाचार्य ने बहु भाषी आधारित शिक्षण के संदर्भ में आर एस सी ई आर टी तथा डाईट द्वारा किए गए कार्यों,अनुदेशनात्मक सामग्री,भाषाई मानचित्रण, स्थानीय शब्द कोश की जानकारी दी गई ।

माली ने संभागी शिक्षकों से शब्द कोश, संभाषण वाक्य तैयार करवा कर प्रस्तुतिकरण करवाया।कार्यशाला में रामनिवास यादव,रणछोड़ सिंह, लीला मेघवाल, गौतम चंद पालीवाल, रेखा छीपा, राजबाला राठौड़,खुशवंती समेत 39 शिक्षकों ने भाग लिया। मदनलाल माली व प्रधानाध्यापिका रुमाली बाई ने व्यवस्थाएं संभाली।

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उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020के क्रियान्वयन के क्रम में कक्षा 1-2के हिंदी भाषा विषयक शिक्षकों का बहु भाषा शिक्षण की दृष्टि से आमुखीकरण किया जाना है। देसूरी ब्लाक के शिक्षकों की देसूरी, नाडोल व बागोल में कार्यशाला आयोजित की जानी है।

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