
फ्री बिजली का झांसा, लेकिन जनता के साथ स्कैम! जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड पर गंभीर सवाल
बेड़ा/पाली। सरकार की “100 यूनिट तक फ्री बिजली” योजना का लाभ आम जनता तक पहुंचे, इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (JDVVNL) के पाली जिले के बेड़ा बिजलीघर क्षेत्र में उपभोक्ताओं के साथ बड़ा बिजली बिल स्कैम सामने आया है।
रीडिंग का खेल, फ्री बिजली को बना दिया जाल
स्थानीय उपभोक्ताओं का आरोप है कि विभाग द्वारा जानबूझकर चार महीनों तक यूनिट रीडिंग कम दर्ज की जा रही है और पांचवें महीने में सभी बचे यूनिट जोड़कर एक साथ बिल जारी किया जा रहा है। इससे उपभोक्ताओं को एक झटके में 2000 से 3000 रुपये तक का भारी बिल थमा दिया जाता है।
उदाहरण के तौर पर, किसी उपभोक्ता की वास्तविक खपत हर महीने करीब 90 यूनिट होती है। योजना के तहत वह बिल फ्री श्रेणी में आता है। लेकिन विभाग का रीडर हर महीने सिर्फ 50 यूनिट ही दर्ज करता है। इस तरह 40 यूनिट हर माह आगे जोड़ दी जाती हैं और पांचवें महीने एक साथ 200 यूनिट बढ़ जाती हैं। नतीजा — उपभोक्ता का बिल फ्री नहीं रहता और भारी भरकम रकम का भुगतान करना पड़ता है।
जनता बोली – “सरकार फ्री का झांसा देती है, विभाग जेब काटता है”
ग्रामीण क्षेत्रों में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों का कहना है कि विभाग ने ‘फ्री बिजली’ योजना को लूट का जरिया बना लिया है। जहां सरकार जनता को राहत देने का दावा कर रही है, वहीं विभागीय कर्मचारियों की चालाकी से आम उपभोक्ता ठगा जा रहा है।
बेड़ा बिजलीघर के खिलाफ बढ़ी नाराजगी
पाली जिले के बेड़ा बिजलीघर क्षेत्र में इस तरह की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। उपभोक्ताओं ने कहा कि यदि विभाग पारदर्शी तरीके से हर महीने सही रीडिंग दर्ज करे तो किसी का भी बिल फ्री लिमिट से ऊपर नहीं जाएगा।
जागो ग्राहक जागो
यह मामला सिर्फ एक गांव या क्षेत्र का नहीं है। यह पूरे क्षेत्र में बिजली विभाग के कामकाज पर गंभीर सवाल उठाता है। उपभोक्ताओं ने मांग की है कि ऊर्जा विभाग इस पूरे मामले की जांच कर दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करे।
फ्री बिजली की योजना जनता के राहत के लिए बनी थी, लेकिन अगर विभागीय स्तर पर इस तरह की गड़बड़ी होती रही तो यह राहत योजना जनता के विश्वास पर चोट बन जाएगी। अब वक्त है कि उपभोक्ता भी जागरूक बनें और अपने बिल की रीडिंग स्वयं जांचें।











