बाल संसद के माध्यम से विद्यार्थियों में लोकतांत्रिक मूल्यों का बीजारोपण -हीरागर
गोडवाड़ की आवाज
बगड़ी नगर। बाल संसद के माध्यम से विद्यार्थियों में लोकतांत्रिक मूल्यों का बीजारोपण होता है, अतः हर विद्यालय में बाल संसद का गठन कर उनके माध्यम से विद्यालय में गतिविधियों का संचालन किया जाना चाहिए। उक्त उद्गार जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बगड़ी नगर के प्रधानाचार्य हरिओम हीरागर ने एक दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण शिविर में व्यक्त किए।
हीरागर ने कहा कि यह शिविर शिक्षकों में बाल संसद की समझ पैदा करेगा ताकि इसकी क्रियान्विति में सहायक बन सके।
सरस्वती पूजन से प्रारंभ हुए इस प्रशिक्षण में संदर्भ व्यक्ति प्रधानाचार्य विजय सिंह माली ने बाल संसद के उद्देश्य,गठन की प्रक्रिया व बालसंसद के मंत्रियों के दायित्वों की जानकारी दी तथा शिक्षकों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। वरिष्ठ व्याख्याता डा भेराराम प्रजापत ने बाल संसद को विद्यालय में गठित करने का आह्वान किया तथा संवैधानिक मूल्यों के विकास में इसकी उपादेयता पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर हिंगलाज दान,प्रेम सिंह समेत कई शिक्षकों ने रचनात्मक सुझाव दिए।कई शिक्षकों ने अपने विद्यालय में चल रही बाल संसद के अनुभव सुनाए।इस प्रशिक्षण में पाली जिले के 38शिक्षकों ने भाग लिया।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार कक्षा 3 से 8के विद्यार्थियों में से बालसंसद का गठन कर दैनिक गतिविधियों का संचालन किया जाना है।
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