News

माटी के कारीगरों को मिला नया उड़ान चक्र: मुफ्त मशीनों से संवरेंगे सपने

राजस्थान सरकार के श्रीयादे माटी कला बोर्ड द्वारा माटी कला से जुड़े शिल्पकारों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई। इसी क्रम में श्रीगंगानगर में विद्युत चालित चाक व मिट्टी गूंथने की मशीनों का निःशुल्क वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

श्रीयादे माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष प्रहलाद राय टाक ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार जिलेभर से लॉटरी प्रणाली के माध्यम से चयनित 20 माटी कला कामगारों को यह मशीनें प्रदान की गईं। इससे पहले, इन लाभार्थियों को 10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में माटी कला की आधुनिक तकनीकों एवं उपकरणों के संचालन का विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया था।

उन्होंने कहा कि इस पहल से न केवल माटी कला शिल्पकारों के कौशल को निखारने में मदद मिलेगी, बल्कि यह उन्हें आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाएगा। इससे पारंपरिक शिल्प को नया जीवन मिलेगा और युवा पीढ़ी को भी इससे प्रेरणा मिलेगी।

कार्यक्रम में वेद प्रकाश टाक, कृष्ण कुमार गुल्लू, प्रेम घोड़ेला, संतोष कुमार सेवटा, जगदीश घोड़ेला, सत्या रतीवाल, सौरभ, सुभाष प्रजापति, एडवोकेट हिमांशु सेवटा, रामप्रताप चांदोरा, एडवोकेट विजेंदर अग्रवाल, सुभाष देवरथ, सुभाष चंद्र कपूपरा, देवकरण मंडावरा सहित कई लाभार्थी माटी कला कामगार एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में सभी लाभार्थियों ने राजस्थान सरकार एवं श्रीयादे माटी कला बोर्ड के प्रति आभार व्यक्त किया और भरोसा जताया कि इस सहायता से उनके जीवन और रोजगार में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।

न्यूज़ डेस्क

"दिनेश लूनिया, एक अनुभवी पत्रकार और 'Luniya Times Media' के संस्थापक है। लूनिया 2013 से पत्रकारिता के उस रास्ते पर चल रहे हैं जहाँ सत्य, जिम्मेदारी और राष्ट्रहित सर्वोपरि हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button