मातृभाषा का प्रयोग हमें अपनी संस्कृति के स्वरूप को समझने तथा उसके अनुरूप अपने जीवन को ढालने का अवसर प्रदान करता है – मेहता

विद्या भारती विद्यालय एवं आदर्श शिक्षा संस्थान बाली द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक फालना में मातृभाषा गौरव जागरण सप्ताह के निमित वंदना सभा में हिमांशु मेहता (प्रधानाचार्य, एसपीयू कॉलेज, फालना), सानिध्य प्राप्त हुआ ।
मेहता ने मां भारती, ओम व मां शारदा की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर भैया बहिन को बताया कि भाषा के साथ संस्कृति जुड़ी हुई होती है भाषा को खो दिया तो संस्कृति भी खो देंगे। इसलिए मातृभाषा से सदैव जुड़े रहना, उसके गौरव को बढ़ाना चाहिए। मातृभाषा का प्रयोग हमें अपनी संस्कृति के स्वरूप को समझने तथा उसके अनुरूप अपने जीवन को ढालने का अवसर प्रदान करता है।
मनुष्य अपनी मातृभाषा में जिस सहजता से रचना कर सकता है उतनी सहजता से दूसरी भाषा में नहीं। रचना के स्तर पर ही नहीं, आस्वादन के स्तर पर भी मातृभाषा का साहित्य हमे जितना प्रभावित करता है, उतना विदेशी भाषा का नहीं।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य मनोहर रावल, किरण सिंह, पोमाराम, हुकमसिंह, प्रभुराम, गणपत, रमेश कुमार, हितेश कुमार, सुरेश कुमार, कमलेश डांगी, मंजू प्रजापत, अनीषा कुमारी, सपना सोलंकी, मनीषा कुमारी, भावना देवासी, निकिता शर्मा, ललिता रावल, सुंदर कुमारी सहित भैया बहिन उपस्थित रहे।