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राजस्थान में घना कोहरा तथा राजस्थान में शीतलहर का कहर, जनजीवन प्रभावित, वाहन चालकों के लिए सतर्कता आवश्यक

राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग ने राज्य के 28 जिलों में घने कोहरे के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिनमें नागौर, चूरू, बीकानेर, और सीकर प्रमुख हैं।

कोहरे के कारण दृश्यता में कमी आई है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है। हाल ही में चूरू और सीकर में घने कोहरे के चलते सड़क हादसों में दो लोगों की मौत हो गई।

मौसम विभाग के अनुसार, 29 दिसंबर से अगले 3-4 दिनों तक राज्य के कुछ भागों में अति घना कोहरा दर्ज होने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। 31 दिसंबर से 4 जनवरी के बीच शीतलहर चलने की संभावना है, जिससे ठंड बढ़ेगी।

वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय गति धीमी रखें और फॉग लाइट्स का उपयोग करें।

अनावश्यक यात्रा से बचें: यदि संभव हो, तो कोहरे के दौरान यात्रा करने से बचें।

गर्म कपड़े पहनें: शीतलहर के प्रभाव को देखते हुए गर्म कपड़ों का उपयोग करें।

सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें और आवश्यक सावधानियां बरतें, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। घने कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि हो रही है। हाल ही में करौली में एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई।

राजस्थान में शीतलहर का कहर: जनजीवन प्रभावित, सतर्कता बरतने की आवश्यकता

राजस्थान में घने कोहरे के साथ शीतलहर की स्थिति ने ठंड को और विकराल बना दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में कड़ाके की ठंड जारी रहेगी।

प्रमुख क्षेत्र जहां शीतलहर का अधिक प्रभाव

1. शेखावाटी क्षेत्र: चूरू, सीकर, और झुंझुनूं में न्यूनतम तापमान 1-3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है।

2. जयपुर संभाग: राजधानी जयपुर और आसपास के क्षेत्रों में तापमान सामान्य से 4-5 डिग्री कम दर्ज किया गया।

3. पश्चिमी राजस्थान: बीकानेर और जैसलमेर में सर्द हवाओं ने ठंड को और अधिक कष्टदायक बना दिया है।

मौसम विभाग की चेतावनी

31 दिसंबर से 4 जनवरी तक प्रदेश के कई हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप और तेज हो सकता है।

कोहरे के साथ-साथ ठंडी हवाओं के कारण माउंट आबू और अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में पाला जमने की संभावना है।

शीतलहर से बचाव के यह कुछ उपाय

1. गर्म कपड़ों का उपयोग करें: बाहर निकलते समय जैकेट, मफलर और दस्ताने पहनें।

2. गर्म पेय पदार्थ का सेवन करें: चाय, सूप और अदरक युक्त पानी से शरीर को गर्म रखें।

3. बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें: ठंड से प्रभावित होने की संभावना इन वर्गों में अधिक होती है।

4. जरूरी उपकरण तैयार रखें: हीटर, गर्म पानी की बोतल, और ब्लैंकेट का उपयोग करें।

प्रदेश की जनता को ठंड के प्रकोप से सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। किसान अपने खेतों की सिंचाई समय पर करें और फसलों को पाले से बचाने के उपाय अपनाएं।

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