राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र शुरू: राज्यपाल के अभिभाषण से आगाज, विपक्ष के तेवर तल्ख

राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र आज, 31 जनवरी 2025, से शुरू हो गया है, जो लगभग 40 दिनों तक चलेगा। सत्र की शुरुआत राज्यपाल हरिभाऊ बागडे के अभिभाषण से हुई, जिसमें उन्होंने राज्य सरकार की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला।
सत्र के पहले दिन, राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और राज्यपाल बागडे के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। राज्यपाल ने पिछली कांग्रेस सरकार पर जल जीवन मिशन घोटाले के माध्यम से राज्य की साख खराब करने का आरोप लगाया, साथ ही मौजूदा सरकार में एक भी पेपरलीक न होने की बात कही।
इससे पहले, कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों की विधायक दल की बैठकें आयोजित की गईं। भाजपा की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मंत्री किरोड़ीलाल मीणा अनुपस्थित रहे, जबकि कांग्रेस की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट शामिल नहीं हुए।
विधानसभा के इस बजट सत्र में 10,000 से अधिक सवाल पूछे जाने की उम्मीद है, जिसमें विपक्ष सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है। वहीं, सरकार का फोकस अपनी योजनाओं और उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने पर रहेगा।
कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर का निलंबन समाप्त करने का प्रस्ताव भी सदन में रखा जा सकता है, जिसके लिए सहमति बन चुकी है। भाकर को विधानसभा परिसर में प्रवेश की अनुमति दी गई है और उन्होंने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भी हिस्सा लिया।
विपक्ष नए जिलों को समाप्त करने, महात्मा गांधी स्कूलों को बंद करने, पंचायत चुनावों को स्थगित करने, बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बना रहा है। सरकार ने विधायकों को सदन में सकारात्मक भाव रखने और विपक्ष के व्यवधानों का उचित तरीके से जवाब देने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विधायकों से अपने कार्यकर्ताओं का सम्मान करने की अपील की है, क्योंकि कार्यकर्ता ही उनका पक्ष जनता के सामने रखते हैं।
बजट सत्र के दौरान, सरकार की योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों का प्रभाव कम किया जा सके। सत्र के पहले दिन, राज्यपाल के अभिभाषण के बाद, सदन में राज्यपाल से मंजूरी प्राप्त विधेयकों का ब्यौरा रखा गया और तीन अध्यादेश प्रस्तुत किए गए। इसके बाद, दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई और सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। आज प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही नहीं हुई।
विधानसभा के इस बजट सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहसें होने की संभावना है, जिसमें राज्य के विकास, रोजगार, शिक्षा और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।
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