राजस्व और टीआरपी बढ़ाने की होड़ ही पत्रकारिता की गुणवत्ता में गिरावट का कारण – डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन
नए पत्रकारों को मार्गदर्शन और प्रशिक्षण देने की आवश्यकता - डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन

- खगड़िया
ANA/S.K.Verma
भारतीय समाचार पत्र दिवस पर “पत्रकारिता : लोकतंत्र की नींव है” विषयक सेमिनार का आयोजन
भारतीय समाचार पत्र दिवस पर “पत्रकारिता : लोकतंत्र की नींव है” विषयक सेमिनार का आयोजन ज़िला मुख्यालय के बबुआगंज स्थित मीडिया हाऊस के सभागार में आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन सह वरिष्ठ पत्रकार डॉ अरविन्द वर्मा ने की। अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में डॉ वर्मा ने कहा भारतीय समाज का एक अनिवार्य हिस्सा रहा है भारत के समाचार पत्र, जिसने देश दुनिया में नवीनतम घटनाओं और घटनाओं के बारे में जनता की राय निर्धारित करने और नागरिकों को अच्छी तरह से अवगत कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉ वर्मा ने कहा पत्रकारिता की गुणवत्ता में गिरावट का कारण राजस्व और टीआरपी बढ़ाने की होड़ है।
इसलिए अक्सर सनसनीखेज समाचारों को प्राथमिकता दिया जा रहा है। ऐसे समाचारों में तथ्यात्मक सटीकता और निष्पक्षता का अभाव होता है। आगे डॉ वर्मा ने कहा नए पत्रकारों को सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है, जिसमें अनुभवी पत्रकारों और संपादकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। मार्गदर्शन नहीं मिलने के कारण ही आज के नए पत्रकार सही दिशा में कार्य नहीं कर रहे हैं। डिजिटल युग में भी डिजिटल समाचारों के आगमन के बावजूद समाचार पत्र पूरे भारत में लाखों पाठकों के लिए सूचना का एक विश्वसनीय स्रोत बने हुए हैं। क्योंकि भारतीय समाचार पत्र दिवस का महत्व प्रिंट मीडिया के स्थाई प्रभाव के उत्सव में निहित है। सेमिनार में भाग लेने वालों में प्रमुख थे अरुण कुमार वर्मा, कौशल किशोर, सुरेश नायक तथा इन्दु प्रभा आदि।