जोधपुर प्रांत में विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित “बाबा रामदेव सामाजिक समरसता यात्रा” का भव्य शुभारंभ रामदेवरा धाम में हुआ। बाबा रामदेव, जो सामाजिक समरसता और सेवा के प्रतीक माने जाते हैं, के चरणों में यह यात्रा सामाजिक भेदभाव को मिटाने और एकता का संदेश फैलाने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
यात्रा का शुभारंभ रामदेवरा में पूज्य संतों, मंदिर गादीपतियों, महंतों, और हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में हुआ। इस ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के राजस्थान क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम जी और विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री राजेश जी जैसे प्रमुख वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए।
यात्रा का उद्देश्य: इस यात्रा का उद्देश्य हिन्दू समाज में एकता और समरसता को बढ़ावा देना है। बाबा रामदेव जी के जीवन और उपदेशों के माध्यम से भेदभाव मुक्त समाज और सशक्त राष्ट्र के निर्माण का संदेश हर व्यक्ति तक पहुंचाना इसका प्रमुख ध्येय है।
यात्रा का मार्ग और समापन: यह यात्रा पश्चिमी राजस्थान के सीमांत जिलों से होकर गुजरेगी और 14 जनवरी को बालोतरा के प्रसिद्ध माजीसा धाम, जसोल में अपने समापन पर पहुंचेगी। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर समरसता और एकता के संदेश को लेकर जनसभाएं और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। विश्व हिंदू परिषद ने इस अभियान को एक सामाजिक क्रांति का स्वरूप दिया है। हजारों लोगों की भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि बाबा रामदेव के संदेश आज भी समाज में प्रासंगिक हैं।
समाज को एक नई दिशा देने की पहल: इस यात्रा को समाज में समरसता, भाईचारे और एकता की भावना जगाने की अनूठी पहल माना जा रहा है। यह आयोजन लोगों को एक मंच पर लाकर न केवल सामाजिक भेदभाव को खत्म करेगा, बल्कि एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण में भी योगदान देगा।
आमंत्रण: विश्व हिंदू परिषद ने सभी वर्गों से इस यात्रा में भाग लेकर इसे सफल बनाने की अपील की है। “आइए, इस यात्रा के साक्षी बनें और बाबा रामदेव के संदेश को आत्मसात कर समरसता और एकता के इस पुनीत अभियान में अपना योगदान दें।”