राष्ट्रीय आर्य निर्मात्री सभा का इण्डिया को आर्यावर्त्त बनाने के लिए 15 व 16 फरवरी को बिहार के संस्कृत निर्मली गांव में आयोजित होगा आर्य प्रशिक्षण सत्र

निर्मली (बिहार)। राष्ट्रीय निर्मात्री सभा का इण्डिया को आर्यावर्त बनाने का संकल्पबद्ध कार्यक्रम चल रहा है। इसी श्रृंखला में बिहार के आर्य करण के लिए प्रयास तेज किए जा रहे हैं । आर्य महासंघ का अनुसांगिक संगठन राष्ट्रीय आर्य निर्मात्री सभा द्वारा ग्राम-ग्राम, नगर-नगर में लघु गुरुकुलों का आयोजन कर जन-जन को सत्र विद्या से पूरित कर रहा है। महान् सनातन परम्पराओं को जानने का बौद्धिक प्रकल्प आर्य प्रशिक्षण सत्र जो केवल पुरुषों के लिए है 15 व 16 फरवरी, 2025 शनिवार प्रातः 8 बजे से रविवार सायं 5 बजे तक ग्राम पंचायत संस्कृत निर्मली थाना- बलुआ बाजार, प्रखंड -बसंतपुर जिला- सुपौल, बिहार में आयोजित हो रहा है।
राष्ट्रीय निर्मात्री सभा के आचार्य अशोक पाल ने वाट्स एप पर जानकारी देते हुए बताया कि इस सत्र के विषय मेरा जीवन क्या है, इसमें सबसे अधिक महत्वपूर्ण क्या है? ईश्वर का अस्तित्व है या नहीं? धर्म क्या है ? मत, पंथ, सम्प्रदाय क्या हैं? भाग्य क्या है और यह कौन लिखता है ? भूत-पिशाच, डाकिनी-शाकिनी जिन्न आदि होते हैं या नहीं? हमारे राष्ट्र की गुलामी का क्या कारण था ? हमारा अपने राष्ट्र के प्रति क्या कर्तव्य है ? युवक-युवतियों को पाखण्डों, व्यसनों से बचाने के उपाय क्या हैं? सुखी जीवन, उन्नत समाज व वैभवशाली राष्ट्र को बनाने के उपाय क्या हैं आदि विषय है जिस पर प्रश्नोत्तर शेली में वार्तालाप होगी।
उन्होंने बताया कि सत्र में भाग लेने के लिए दोनों दिन उपस्थित रहना अनिवार्य होगा। बैठने, नाश्ता व भोजन की व्यवस्था निःशुल्क रहेगी साथ ही रात को रुकने के लिए उचित प्रबंध किया जायेगा। सत्र मे किसी बाबा, महंत या साधु आदि का प्रवचन नहीं होगा अपितु प्रश्नोत्तर शैली में विद्वान/आचार्य जी से संवाद होगा।
बिना पंजीकरण के सत्र में बैठने की अनुमति नहीं होगी आयोजक – राष्ट्रीय आर्य निर्मात्री सभा, बिहार अधिक जानकारी व पंजीकरण के लिए संपर्क सूत्र 9470655581 और 9708123712 आर्य संचार परिषद्, आर्य महासंघ से सम्पर्क किया जा सकता है।