रूद्रवीर्य मंदीर श्रावण माह के दूसरे सोमवार श्रद्धालुओं शिव भोले पुजा अर्चना किया, कैलाश पर्वत जैसा दिखेगा नजारा

भायंदर – जेठमल राठौड़
रुद्रवीर्य मंदिर के संस्थापक भरत गीता जैन पंडित भोलेनाथ तिवारी ने जानकारी में बताया कि हर वर्ष की भातिं इस सावन माह के भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग के दर्शन का विशेष महत्व दिया।
ऐसा कहा जाता हैं कि जो व्यक्ति सावन माह के प्रतिदिन इन ज्योतिर्लिंग का नाम जाप जपता हैं। दर्शन करता हैं भगवन ऐसे भक्तों के समस्त पाप नष्ट करते हैं। ज्योतिर्लिंगों के दर्शन होगें शिव भक्त ने 3 साल की मेहनत से शहर भायंदर रूद्रवीर्य मंदीर के प्रांगण में शिव भगवान का मंदीर हैं।
उन्होंने बताया कि हरेक व्यक्ति की इच्छा होती हैं। की जीवन में एक बार शिव भगवान के साक्षात दर्शन करें हर कोई श्रद्धालुओं जब दर्शन का अहसास एक साथ हो भगवान शिव की प्रतिमा की सिर से जटा में गंगा की धार व झरने रहने लगे। शिव का जलाभिषेक होता नजर आया। सावन महोत्सव के दूसरे सोमवार को श्रद्धालुओं ने पुजा अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने बाबा चौखट चूम कर सेश्रद्धा प्राकृतिक भू शिव लिग की पुजा अर्चनाकर अपना श्रद्धाशीष नवाया। करीब हजारों श्रद्धालुओं ने प्रवित्र शिवलिंग का जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक , रूद्राभिषेक का श्रद्धा से दर्शन किए।