वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान बना जनआंदोलन, मंत्री मदन दिलावर ने किया श्रमदान और पौधारोपण

जयपुर, 18 जून 2025 — राजस्थान के सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ उपखंड स्थित लालासी ग्राम पंचायत के बऊ धाम में जल और पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल की गई। शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने यहां सरोवर पूजन, श्रमदान और पौधारोपण कर जल एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
जल संरक्षण पर जोर: कैचमेंट एरिया से अतिक्रमण हटेगा
मदन दिलावर ने अधिकारियों के साथ जिला स्तरीय बैठक कर वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि तालाबों, बावड़ियों और एनिकटों की सफाई, मरम्मत और उनके कैचमेंट एरिया से अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाए ताकि मानसून के दौरान अधिकतम जल संचयन हो सके।
उन्होंने बताया कि राजस्थान जैसे जल संकटग्रस्त राज्य में जहां देश के कुल क्षेत्रफल का 10.4 प्रतिशत क्षेत्र आता है, वहां केवल 1 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। इस स्थिति को देखते हुए जल का संरक्षण अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने चेताया कि वर्तमान में 150 प्रतिशत की दर से भूजल का दोहन हो रहा है, जो भविष्य के लिए गंभीर खतरा है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण और प्लास्टिक पर प्रतिबंध की अपील
मदन दिलावर ने कहा कि वृक्षारोपण पर्यावरण संतुलन बनाए रखने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में अमृता देवी के नेतृत्व में 363 लोगों ने पेड़ों की रक्षा के लिए अपने प्राण तक त्याग दिए थे, यह हमारी सांस्कृतिक विरासत है जिसे हमें जीवित रखना है।
उन्होंने यह भी कहा कि पॉलीथीन का उपयोग पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। हर वर्ष 7.5 लाख लोग इसके दुष्प्रभाव से प्रभावित होते हैं। उन्होंने इसके पूर्ण प्रतिबंध की आवश्यकता जताई।
ग्राम पंचायतों को सफाई के लिए 1 लाख रुपये प्रतिमाह
मंत्री ने जानकारी दी कि पंचायती राज विभाग ग्राम पंचायतों को सफाई के लिए हर माह 1 लाख रुपये की राशि प्रदान कर रहा है। साथ ही लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को निलंबन की चेतावनी दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले वर्ष राज्य में 7 करोड़ से अधिक पौधे लगाए गए थे, और इस वर्ष 10 करोड़ पौधों का लक्ष्य रखा गया है।
जल संरक्षण कार्यों में नहीं होगी बजट की कमी
बैठक के दौरान जल संरक्षण कार्यों की प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई। वाटरशेड के अधीक्षण अभियंता रमेश कुमार मीणा और सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता नथमल खेदड़ ने अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दी। मदन दिलावर ने स्पष्ट किया कि बावड़ियों, तालाबों और एनिकटों की मरम्मत और संरक्षण कार्यों के लिए बजट की कोई कमी नहीं रखी जाएगी।
वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान को जनांदोलन बनाने की दिशा में राजस्थान सरकार ठोस कदम उठा रही है। जल और पर्यावरण के संरक्षण के लिए जनसहभागिता और प्रशासनिक दृढ़ता की आवश्यकता है। इस अभियान के जरिए राज्य सरकार भावी पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य देने का प्रयास कर रही है।