विवाह उपलक्ष में नरेन्द्र परमार द्वारा संतों का सम्मान एवं स्नेह मिलन समारोह सम्पन्न
हर्षा-कुणाल विवाह उपलक्ष में धार्मिक एवं सामाजिक आयोजन

बाली तहसील के दांतीवाड़ा में श्री हिंगलाज माताजी ला रा भाकर झुपी परिसर में हर्षा एवं कुणाल के विवाह उपलक्ष में साधु-संतों के सम्मान एवं श्री वैष्णोदेवी माता मंडल, मुंबई-बाली के स्नेह मिलन समारोह का भव्य आयोजन हुआ।
विशेष अतिथि एवं संतों का सानिध्य
इस आयोजन में महामंडलेश्वर संतोष दास छोटू महाराज, संत कैलाश पुरीजी, संत सुरेंद्र नाथ कृपलानी, संत नरेश नाथ, सीरवी समाज गुरु भगा महाराज, संत देवीदास घाणेराव, संत विजय सिंह दत्तात्रेय आश्रम, संत भंवर महाराज (शिष्य बालकनाथजी ढालोप), संत भेरू भारतीजी बड़ौद, संत प्रेम गिरिजी कोट, संत ललित भारती, जोता राम देवासी भोपाजी सहित अनेक संतों का सानिध्य प्राप्त हुआ।
प्रमुख अतिथि एवं गणमान्यजनों की उपस्थिति
समारोह में रा.स्व.संघ प्रचारक एवं सीमा जन कल्याण समिति के अखिल भारतीय संगठन मंत्री नीम सिंह, जोधपुर सह प्रांत प्रचारक राजेश, प्रचारक हीरालाल, पूर्व विधायक अमृत परमार, जिला कार्यवाह मोहन मेघवाल, प्रांत सेवा भारती विजयसिंह माली, महावीर सिंह देवड़ा, रानी बीडीओ नारायण सिंह राजपुरोहित, महावीर संचेती, महिपाल राठौड़, मोहन लोढ़ा, विमल सालेचा, श्रवण कोठारी, श्रीपाल कितावत, प्रमोद मनोयत, भरत सीरवी, नेती राम जनवा, मनोहर सुथार, संयोजक छगन प्रजापत, रतन पूरी, सुरेश कंसारा, थान सिंह राव, अमित माथुर, अमित देवगन, कल्पेश परिहार सहित कई गणमान्यजन उपस्थित रहे।
सम्मान समारोह एवं स्वागत सत्कार
आयोजन के मुख्य आयोजक नरेन्द्र परमार ने सभी साधु-संतों का तिलक, माला एवं शाल ओढ़ाकर सम्मान किया। इसी क्रम में विशेष अतिथियों का भी तिलक, माला और साफा पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। इस आयोजन में सैकड़ों की संख्या में माता दी मंडल की माताएं एवं बहनें भी उपस्थित रहीं।
सामाजिक समरसता के लिए प्रेरणादायक आयोजन
इस अवसर पर सीमा जन कल्याण समिति के अखिल भारतीय संगठन मंत्री नीम सिंह ने कहा कि ऐसे धार्मिक एवं सामाजिक आयोजन समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और इनसे आपसी भाईचारे एवं समरसता को बल मिलता है।
सफल आयोजन एवं मंच संचालन
कार्यक्रम का सफल संचालन मोतीसिंह राव ने किया। आयोजन में शामिल सभी संतों, अतिथियों एवं गणमान्यजनों ने इस पहल की सराहना की और समाज को संगठित करने के लिए ऐसे आयोजनों की निरंतरता पर बल दिया।