नालासोपारा। पश्चिम के खुले रंगमंच में वैष्णव चतु: संप्रदाय सेवा संस्था द्वारा रविवार, 5 जनवरी 2025 को आयोजित तृतीय स्नेह सम्मेलन और प्रतिभा सम्मान समारोह भव्यता से संपन्न हुआ। नालासोपारा, वसई, नायगांव और विरार के वैष्णव समाज द्वारा आयोजित इस आयोजन ने समाज की एकता, संस्कृति और भविष्य के प्रति समर्पण भाव को प्रदर्शित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत मंगलमय कलश यात्रा से हुई, जिसमें 108 महिलाओं ने भाग लिया। यात्रा के दौरान बच्चों द्वारा प्रस्तुत झांकियां और समाज बंधुओं द्वारा किए गए नृत्य और भजन ने समां बांध दिया।
डॉ. प्रवीण वैष्णव की ओजस्वी वाणी ने दिया समारोह को जीवन
इस भव्य आयोजन की सफलता में डॉ. प्रवीण वैष्णव का योगदान सबसे महत्वपूर्ण रहा। अपने ओजस्वी और प्रभावशाली मंच संचालन से उन्होंने न केवल समारोह को ऊंचाइयां प्रदान कीं, बल्कि उपस्थित समाज को एक नई दिशा और ऊर्जा भी दी।
डॉ. वैष्णव ने अपनी वाणी से वैष्णव संस्कारों, समाज की एकता और सामाजिक जिम्मेदारियों पर गहराई से प्रकाश डाला। उनके शब्दों ने न केवल दर्शकों को बांधे रखा, बल्कि समाज के भविष्य के प्रति नई सोच का संचार भी किया।
सम्मेलन में विशेष अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर कई वरिष्ठ समाज बंधु और मार्गदर्शक उपस्थित रहे, जिनमें भगवानदास खारडा, रूपदास जाखोडा, प्रवीण बीजोवा, सुरेश खींवाडा, मदनदास बीजोवा, भवरदास माताजीगुडा, मोहनदास जोईला, केवलदास मेवी, प्रकाश सेलावास, हरीदास कोलीवाडा, छगनदास मेवी, सत्यनारायण घाणेराव, पुनमदास, गोविन्द बोरडी, फतेहराम नाडोल और मोहनदास शामिल थे।
कार्यक्रम में अखिल भारतीय वैष्णव विकास परिषद और ट्रस्ट, मुंबई के अध्यक्ष रामचंद्र वैष्णव, राजस्थान विकास मंच, ठाणे के कपूरदास वैष्णव, अखिल भारतीय वैष्णव बैरागी परिषद से आरके वैष्णव और कन्हैयालाल वैष्णव, नालासोपारा गायत्री शक्तिपीठ के अध्यक्ष भगवानदास सहित कई प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए।
राजनीतिक और सामाजिक संदेश
कार्यक्रम में नालासोपारा-विरार के विधायक राजन नायक, भाजपा वसई तालुका के अध्यक्ष महेंद्र पाटिल, उपाध्यक्ष मनोज बारोट, भाजपा जिला सचिव अमित दुबे, बहुजन विकास अघाड़ी के उपमहापौर उमेश नाईक, माझी सभापति निलेश देशमुख, परिवहन सदस्य बाबूसिंह राजपुरोहित और कपिल जैन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
रामचंद्र वैष्णव ने सामाजिक एकता और समाज सेवा को सर्वोपरि बताते हुए समाज को राजनीतिक प्रतिनिधित्व की आवश्यकता पर बल दिया। गुरुदेव महंत लक्ष्मणदास महाराज ने वैष्णव संस्कारों और परंपराओं का महत्व समझाया।
डिजिटल युग में सामाजिक जुड़ाव पर जोर
डॉ. प्रवीण वैष्णव की डिजिटल सोच ने समारोह में नई दिशा दी। उन्होंने सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों से समाज को जोड़ने के महत्व को समझाया। गोत्र और सामाजिक पहचान को संरक्षित करते हुए युवाओं को एकजुट करने की पहल को उन्होंने समाज के भविष्य के लिए मील का पत्थर बताया।
समापन और आयोजन टीम का योगदान
हितेश वैष्णव के साथ डॉ. प्रवीण वैष्णव के मंच संचालन ने समारोह में समरसता और भव्यता का संचार किया। अध्यक्ष दिनेश, उपाध्यक्ष जगदीश, कोषाध्यक्ष प्रदीप और संगठन मंत्री ओम सहित 52 सदस्यीय टीम ने आयोजन को ऐतिहासिक बनाने में अपना पूरा योगदान दिया। कार्यक्रम का समापन सुमधुर भोजन और आपसी प्रेम-स्नेह के साथ हुआ।