श्री सेसली पार्श्वनाथ भगवान का भव्य वर्षीदान वरधोड़ा हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ

दिनांक: 1 मार्च 2025
स्थान: श्री सेसली पार्श्वनाथ जिनालय, मुंबई
कार्यक्रम विवरण
1. प्रातः 8:00 बजे: मंदिर में दीक्षा स्नान, चैत्य अभिषेक और प्रासाद प्रतिष्ठा की स्थापना।
2. प्रातः 9:00 बजे: दीक्षा कल्याणक संपन्न हुआ।
3. जिनालय परिसर में केसर रूम का उद्घाटन: तत्व पश्चात भव्य वरधोड़ा प्रतिष्ठाचार्य गुरु भंगवत चिंतामणि सूरीश्वरजी की पावन निश्रा में संपन्न हुआ। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
4. रथ यात्रा: भगवान का रथ नरेश सोहनराज मुणोत परिवार, दादई वालों और अन्य श्रद्धालुओं द्वारा लाभ लिया गया।
आयोजन समिति:
- वरधोड़ा महावीर जैन नवयुवक मंडल संस्थान: अध्यक्ष मुकेश भंडारी, सचिव विक्रम राठोड़।
बाली मित्र मंडल, मुंबई: अध्यक्ष नरेंद्र परमार, सचिव किरण कितावत।
दोनों मंडलों के कार्यकर्ताओं ने वरधोड़ा की व्यवस्था संभाली।
नूतन यात्रिक भवन में पानी की प्याऊ का उद्घाटन:
- लाभार्थी: मातुश्री कन्याबाई पुखराजजी संघवी।
- समय: दोपहर 1:00 बजे।
स्टेज कार्यक्रम:
- दीक्षा विधान, कुलमहत्तरा, माता-पिता और बहनों द्वारा हितोपदेश।
- पंचमुष्टि लोच-सर्व विरति स्वीकार।
- इंद्र महाराजा द्वारा देव दृश्य की स्थापना।
- प्रतिष्ठाचार्य को रेशमी वस्त्र भेंट किए गए।
- अंजन घोटने का विधान संपन्न हुआ।
कुलमहत्तरा लाभार्थी:
स्व. मातुश्री पानीबाई हस्तीमलजी सुखलालजी चौपड़ा।
महोत्सव को सफल बनाने में योगदान:
बाली जैन संघ के अध्यक्ष बाबुभाई मंडलेसा, कांतीभाई कितावत (सचिव), ट्रस्ट मंडल के ट्रस्टीगण किरणभाई चोपड़ा, जयंतीभाई, रणजीतभाई, श्रीपालभाई कितावत, प्रकाश धोका, जयंतीभाई गेमावत, विमलभाई रांका आदि ने दिन-रात मेहनत की।
- बाली जैन संघ के अध्यक्ष महोदय की सेवा काबिले तारीफ है। उन्होंने तन, मन और धन से महोत्सव को सफल बनाया।
महोत्सव की विशेषताएं:
- वाराणसी नगरी, भरतचक्रवती भोजन कक्ष, पार्श्व आर्ट गैलरी, आमंत्रित अतिथि गृह और स्वागत कक्ष को मनमोहक ढंग से सजाया गया।
- श्रद्धालुओं ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसा भव्य महोत्सव पहले कभी नहीं देखा।
रात्रि कार्यक्रम:
- भगवान पार्श्वनाथ की गुलाल बांदोली सेसली में निकाली गई।
- लाभार्थी परिवार: प्रकाशभाई तिलोकचंद कितावत परिवार ने गुलाल उड़ाकर आनंद लिया।
निष्कर्ष:
यह महोत्सव जैन समुदाय के लिए एक अविस्मरणीय और आध्यात्मिक अनुभव बन गया। सभी श्रद्धालुओं और आयोजकों के अथक प्रयासों से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।