सरस्वती विद्या मंदिर सादड़ी में बाबा साहब जयंती पर विचार गोष्ठी आयोजित
डॉ भीमराव अंबेडकर ( बाबा साहब) की 133वी जयंती पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बाली द्वारा देसूरी खंड की विचार गोष्ठी आयोजित की गई।

विचार गोष्ठी कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गुलाब बाफना आरएचआरडी जिला उपाध्यक्ष, कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि रमेश भाटी, विचार गोष्ठी के मुख्य वक्ता मोहनलाल मेघवाल जिला कार्यवाह आरएसएस ने भारत माता की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर विचार गोष्ठी कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
जिला कार्यवाह मोहनलाल मेघवाल ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती पर आयोजित विचार गोष्ठी में कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा एक समाज के लिए ही नहीं अपितु पूरे भारतवर्ष के लोगों व विशेषकर महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य किए गए। बाबासाहेब ने स्वयं अस्पृश्यता के दंश को झेला, अपमान का विष पिया, अपने बंधुओं को इससे निकालने के लिए अपना जीवन खफा दिया। उनका व्यक्तित्व बहुआयामी था। उन्हें केवल दलित उद्धारक के रूप में प्रस्तुत करना ग़लत होगा, वे बहुत बड़े समाज सुधारक, अर्थशास्त्री, शिक्षाविद, श्रमिक नेता, राजनेता, अधिवक्ता और इस विशाल देश के संविधान निर्माता थे, उनके लिए राष्ट्र प्रथम था। विभिन्न विपरीत परिस्थितियों आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक विषमताओं के बावजूद बाबा साहेब का मन कभी विचलित नहीं हुआ। इस दौरान विचार गोष्ठी में प्रकाश चौहान, भरत चौधरी, प्रमोद सिंह, दिनेश त्रिवेदी, सिद्धार्थ त्रिवेदी, अशोक कुमार, सुरेश सिंह शिवतलाव, चंपालाल लोगेसा सहित देसूरी खंड के स्वमसेवक सहित नगर के प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रहे।
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