सारंगवास खेतलाजी मेले में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, गैर नृत्य दलों ने मचाई धूम

देसूरी। पश्चिमी राजस्थान के प्रसिद्ध सोनाणा खेतलाजी का वार्षिक मेला सोमवार सांय संपन्न हो गया। दो दिन तक चले इस मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। खेतलाजी के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु दूर-दराज से पहुंचे और श्रद्धा व भक्ति के साथ पूजा-अर्चना की। इस दौरान रविवार देर रात विशाल भजन संध्या व सोमवार को 50 गैर नृत्य दलों ने अपनी पारंपरिक प्रस्तुतियों से समां बांध दिया।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़, भक्ति में सराबोर वातावरण
सोमवार को द्वितीया के दिन मुख्य मेला आयोजित हुआ, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मुख्य मंदिर में विशेष पूजा, ध्वजारोहण और आरती के साथ भव्य आयोजन संपन्न हुआ। श्रद्धालुओं ने अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने की प्रार्थना की। सोनाणा खेतलाजी के दर्शन के लिए पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी थी। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को निकाले गए भव्य वरघोड़े में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। श्रद्धालु पारंपरिक परिधानों में नाचते-गाते आगे बढ़ रहे थे। शाम को हॉर्स शो देखने हजारों लोग मौजूद रहे।
भजन संध्या में छाए रहे इंडियन आइडल सवाई भाट
रविवार रात्रि 8 बजे सन्त महेन्द्रानन्द गिरिजी महाराज,भक्तराज राजेंद्र शांतिलाल लादाजी भण्डारी,भक्त रत्न सूरजमल खंडप,रमेश भण्डारी के सानिध्य में भजन संध्या का आयोजन हुआ। रंगबिरंगी झिलमिलाती रोशनी में नदी में पसरे मेला मैदान में इंडियन आइडल सवाई भाट ने अपने सुर बिखेर तो सामने मौजूद जनसैलाब भाव विभोर हो गया। माही इवेंटस व मां फिल्म आना के संचालक गणेश चौधरी के बैनर तले आशा वैष्णव, नीता नायक, लेहरूदास वैष्णव और शंकर टॉक जैसे प्रसिद्ध गायक व दीपिका वैष्णव व आरती शर्मा नृत्यांगनाओं ने अपनी प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को भक्ति में सराबोर कर दिया। मंच संचालन प्रमोद परिहार ने किया। लोग पूरी रात मंत्रमुग्ध होकर भजन संध्या में मौजूद रहे।
मेले में पहुंचे एमएस बिट्टा,खेतलाजी के दर्शन किए
मेले में अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिन्दरजीत सिंह बिट्टा पहुंचकर मंदिर में खेतलाजी के दर्शन किए और मेले को देखा। उन्होंने कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि हैं। जहां महाराणा प्रताप जैसे महान वीर पैदा हुए। राजस्थान से देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है। किसी ने सोचा था कि राम मंदिर का निर्माण हो जाएगा। समय के साथ यह भी संभव हो गया। आज भारत की एक अलग ही पहचान हो गई हैं। ट्रस्ट कमेटी ने बिट्टा का बहुमान किया।
इन अतिथियों की रही मौजूदगी
इस अवसर पर विधायक एवं पूर्व ऊर्जा राज्य मंत्री पुष्पेंद्रसिंह राणावत,पूर्व जिला परिषद सदस्य गुलाब चौधरी,पंचायत समिति सदस्य विक्रम इंदा व ग्राम पंचायत प्रशासक रेखा जणवा विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए और मेलों को लोकसंस्कृति और आपसी मेलझोल को बढ़ावा देने वाला बताया। अतिथियों का ट्रस्ट अध्यक्ष भगाराम चौधरी व पदाधिकारियों ने तिलक माला,साफा व प्रतीक चिन्ह से स्वागत किया।
गैर नृत्य दलों की धूम, लोक संस्कृति का अनूठा संगम
इस मेले में पचास से अधिक रंग बिरंगे राजस्थानी परिधानों में सजे गैर नृत्य दलों ने अपनी प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। इन दलों ने सामूहिक नृत्यकर लोगों को रिझा दिया। ढोल-थाली की धुन पर नाचते इन दलों ने राजस्थानी लोक संस्कृति की झलक पेश की। मेले में दिन भर नदी की तपती रेत पर गैर नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें विजेता दलों को पुरस्कृत किया गया।
मेले में सजे थे हाट बाजार और विशाल झूले
इस मेले में विशाल झूले, खिलौने, वस्त्र, आभूषण, खाने पीने की सामग्री की सैकड़ों दुकानें सजीं। दूर-दराज से आए दुकानदार व हाथठेले वाले यहां अपनी दुकानें लगाकर रोजमर्रा उपयोग आने वाली वस्तुओं का व्यापार कर रहे थे। मेले में आइसक्रीम,जूस के अलावा राजस्थानी व्यंजनों का भी विशेष आकर्षण रहा, जहां मिर्ची बड़ा, दाल बाटी चूरमा, कचौरी और समोसा जैसे स्वादिष्ट व्यंजन श्रद्धालुओं की पसंद बने।
सुरक्षा और व्यवस्थाओं की होती रही मॉनिटरिंग
श्री सोनाणा खेतलाजी ट्रस्ट और प्रशासन ने मेले की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित किया। पुलिस प्रशासन की ओर से विशेष सुरक्षा व्यवस्था के तहत 150 पुलिसकर्मी तैनात किए थे। ट्रस्ट ने एहतियातन 50 निजी सुरक्षाकर्मी तैनात कर रखे थे। ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। ट्रस्ट अध्यक्ष भगाराम चौधरी,सचिव महेश अखावत,कोषाध्यक्ष मूलाराम मेघवाल,उपाध्यक्ष रताराम,सहसचिव अशोक सिंह राजपुरोहित,सहकोषाध्यक्ष दिनेश लोहार,सहित ट्रस्ट सदस्यगण छतरसिंह सोलंकी,खरताराम चौधरी,मांगीलाल चौधरी,रामलाल प्रजापत,कमलेश सोनी,खरताराम मेघवाल,रताराम चौधरी,दिनेश आदिवाल व रमेश चौधरी सहित ग्राम पंचायत प्रशासक रेखा जणवा ने सभी व्यवस्थाओं की लगातार मॉनिटरिंग की। मेले में डेढ़ लाख श्रद्धालुओं के लिए ट्रस्ट ने भोजन प्रसादी का इंतजाम किया था।
सोनाणा खेतलाजी के प्रति आमजन में हैं जोरदार आस्था
मारवाड़ के लाखों परिवारों के आराध्य लोकदेवता सोनाणा खेतलाजी के प्रति श्रद्धालुओं की अटूट आस्था है। मान्यता है कि यहां संतान प्राप्ति और मनोकामना पूर्ति के लिए जात दी जाती है और झडूला उतारे जाते हैं। इस मेले में बिना किसी जाति-धर्म के भेदभाव के सभी समाजों के लोग आस्था और श्रद्धा से शामिल होते हैं।
मेले के सफल आयोजन के साथ ही द्वितीया की संध्या को गैर नृत्य दलों के पुरस्कार वितरण के साथ यह भव्य मेला संपन्न हुआ। श्रद्धालुओं ने खेतलाजी के जयकारों के साथ विदाई ली और अगले वर्ष पुनः आने का संकल्प लिया।
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