सिक्किम के राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर का सेसली तीर्थ आगमन

पाली, बाबूलाल सी राठौड़ – सिक्किम के राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर अपने आध्यात्मिक प्रवास के तहत आज सेसली तीर्थ पहुंचे, जहां उन्होंने दादा पारसनाथ भगवान के दर्शन किए और जिनालय की अद्भुत संरचना का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर की ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्ता के बारे में जानकारी प्राप्त की।
जिनालय की भव्यता से प्रभावित हुए राज्यपाल
जिनालय दर्शन के पश्चात राज्यपाल ने बाली जैन संघ ट्रस्ट मंडल अध्यक्ष बाबूलाल मंडलेशा से मुलाकात की और जिनालय की स्थापत्य कला एवं धार्मिक महत्व के विषय में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने जिनालय की भव्यता की सराहना करते हुए इसे “राणकपुर की याद दिलाने वाला अद्भुत तीर्थ” बताया।
राज्यपाल का भव्य स्वागत समारोह
राज्यपाल के स्वागत में नूतन यात्रिक भवन में एक विशेष स्वागत समारोह का आयोजन किया गया, जहां बाली जैन संघ ट्रस्ट मंडल अध्यक्ष बाबूलाल मंडलेशा एवं ट्रस्ट मंडल के अन्य सदस्यों ने उनका साफा, माला एवं मोमेंटो भेंट कर अभिनंदन किया।
इस अवसर पर राज्यपाल के साथ पूर्व सांसद पुष्प जैन, भारतीय जनता पार्टी राजस्थान अध्यक्ष मदन राठौड़ एवं पाली जिला भाजपा अध्यक्ष संदीप भंडारी भी उपस्थित रहे। ट्रस्ट मंडल एवं बाली जैन संघ के सदस्यों ने इन गणमान्य अतिथियों का भी साफा, माला एवं मोमेंटो भेंट कर सम्मान किया।
राज्यपाल का उद्बोधन – सेसली तीर्थ से जुड़ी यादें ताजा हुईं
अपने संबोधन में राज्यपाल ने सेसली तीर्थ से जुड़ी अपनी पुरानी यादों को ताजा किया और कहा कि यह तीर्थ न केवल जैन समाज बल्कि संपूर्ण समाज के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र है। उन्होंने जिनालय की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए ट्रस्ट मंडल के प्रयासों की सराहना की और भविष्य में तीर्थ स्थल के विकास हेतु हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।
समारोह में श्रद्धालुओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी
इस विशेष अवसर पर बाली जैन संघ, ट्रस्ट मंडल के सदस्य, श्रद्धालु एवं स्थानीय गणमान्य व्यक्ति बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। समारोह के दौरान भक्ति गीतों की प्रस्तुति ने वातावरण को और भी आध्यात्मिक बना दिया।
राज्यपाल का यह दौरा सेसली तीर्थ के लिए एक ऐतिहासिक क्षण रहा, जिसमें उन्होंने न केवल धार्मिक आस्था को बढ़ावा दिया बल्कि तीर्थ स्थल के संरक्षण और संवर्धन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई।