स्वरूप सरस्वती विद्या मंदिर रतनपुर, टुंडी द्वारा 28 वां वार्षिकोत्सव परब 2025 का भव्य आयोजन भैया – बहनों ने लहराया परचम
इस जंगल झाड़ियों में शिक्षा का अलख जगाने में इस विद्यालय को हृदय से आभार --कपिल चौधरी। टुण्डी 4 जनवरी ---दीपक पाण्डेय।
स्वरूप सरस्वती विद्या मंदिर रतनपुर, टुंडी के 28 वां वार्षिकोत्सव परब 2025 को संबोधित करते हुए आज शनिवार को मुख्य अतिथि ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी ने कहा कि शिक्षा से ही विकास का दरवाजा खुलता है। आज के दौर में अच्छी शिक्षा जरूरी है।
एसपी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उन्होंने विद्या मंदिर से ही शिक्षा पाई है। उन्होंने कहा कि बगैर किसी सरकारी सहायता के यह विद्यालय आदिवासियों के बीच शिक्षा की ज्योति जला रहा है। जंगल झाड़ियो के बीच इस विद्यालय का शैक्षणिक माहौल अच्छा है और समाज के दबे- कुचले, आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग के बच्चों को आगे बढ़ा रहा है उन्होंने विद्यालय संचालन के लिए प्रबंध समिति को बधाई दी।
मुख्य वक्ता विद्या भारती के उत्तर पूर्व क्षेत्रीय मंत्री राम अवतार नारसरिया ने कहा कि देशभर में विद्या भारती के विद्यालयों में बच्चों को संस्कार युक्त शिक्षा दी जा रही है। उन्होंने कहा केवल शैक्षिक ही नहीं बल्कि गैर शैक्षणिक गतिविधियों में भी विद्यार्थियों को पारंगत किया जाता है। राष्ट्र निर्माण और चरित्र निर्माण की शिक्षा दी जाती है। उन्होंने कहा कि विद्यालय को आगे बढ़ाने में विद्या भारती का पूरा सहयोग रहेगा । इस अवसर पर अतिथियों ने विद्यालय की वार्षिक पत्रिका वाटिका का विमोचन किया।
विद्यालय संस्थापक मदनलाल अग्रवाल एवं सत्यनारायण दुदानी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष शरत दुदानी ने कहा कि न्यूनतम शुल्क में गुणवत्तापूर्ण एवं संस्कार युक्त शिक्षा प्रबंधन का लक्ष्य है। यदि कोई अभिभावक शुल्क देने में सक्षम नहीं होते हैं तो उन पर भी प्रबंध विचार करता है। अर्थ के बगैर किसी होनहार की शिक्षा ठप नहीं हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जाता है। उन्होंने अभिभावकों से विद्यार्थी संख्या बढ़ाने में सहयोग की अपील की।
सचिव शैलेश अग्रवाल ने भारतीय शिक्षण एवं शोध परिषद द्वारा संचालित विद्यालय की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि समाज के सहयोग से भैया- बहनों के अलग-अलग दो मंजिला शौचालय एवं स्नानागार बनाए गए हैं। नया गणित प्रयोगशाला बनाया गया है। निर्वाध जलापूर्ति के लिए सेंट्रलाइज्ड वाटर सप्लाई सिस्टम स्थापित किया गया है। सेनेटरी पैड डिस्पोजल का प्लांट लगाया गया है। अग्रवाल ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर एवं समाज के अभी वंचित बच्चों को विशेष सुविधा दी जा रही है। नए सत्र में विद्यार्थियों की संख्या बढ़कर 450 करने का लक्ष्य है।
विद्यालय की प्राचार्य छाया कुमारी ने कहा कि खेल जगत में भी इस विद्यालय के भैया- बहनों ने परचम लहराया है। प्रांतीय, क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित विभिन्न खेलों में कास्य, रजत एवं स्वर्ण पदक हासिल किया है। यहां के अनेक पूर्ववर्ती भैया बहन भारत सरकार और झारखंड सरकार के विभिन्न पदों को सुशोभित कर रहे है। सदस्य विक्रांत उपाध्याय ने अतिथियों का परिचय कराया एवं स्वागत भाषण दिया।
इस अवसर पर टुंडी इंस्पेक्टर उमाशंकर, विद्यालय उपाध्यक्ष चंद्रशेखर अग्रवाल, मनमोहन अग्रवाल, अतुल अग्रवाल, पवन साहू समेत बड़ी संख्या में गणमान्य व प्रबंध समिति के सदस्य मौजूद थे। इस अवसर पर भैया- बहनों ने वार्षिक गीत, प्रभु श्रीराम भजन, स्वागत गीत , मंगलाचरण, योगा पिरामिड, इतिहास का आईना, आज है संडे, तेरी पनाह, बोलो हर हर, आयो रे शुभ दिन आयो, वन एक्ट प्ले, संथाली नृत्य, केसरी के लाल, पर्यावरण, एजुकेशन, ए गिरि नंदिनी, बेजुबा, काव्य पाठ, बांग्ला नृत्य, गाड़ी वाला आया, संथाली नागपुरी गीत, कृत्रिम बुद्धिमता, सामूहिक गीत आदि प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।