स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती पर टुंडी में हुआ भव्य आयोजन
राष्ट्रीय युवा दिवस पर समाज को उनके आदर्शों को आत्मसात करने का संदेश

टुंडी/धनबाद (दीपक कुमार पाण्डेय)। स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती के अवसर पर टुंडी मुख्यालय स्थित स्वामी विवेकानंद सेवाश्रम मध्य विद्यालय के प्रांगण में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इसके बाद विद्यालय की सहायक शिक्षिका कुमारी मंजूषा पाठक ने मां सरस्वती की वंदना गीत प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
बच्चों ने प्रस्तुत किए प्रेरक कार्यक्रम
इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों ने कई सांस्कृतिक और प्रेरक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अनन्त शक्ति ने बच्चों को स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरणा लेने और उनके आदर्शों को आत्मसात करने का संदेश दिया।
शिक्षकों ने व्यक्त किए विचार
पारा शिक्षक नवीन चंद्र सिंह ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद को आधुनिक भारत का राष्ट्रभक्त संत और भारतीय संस्कृति के पुनर्जागरण का प्रणेता बताया। उन्होंने युवाओं को उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया।
सेवानिवृत्त पारा शिक्षक मनोज कुमार पाठक ने कहा, “स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणास्रोत और महान विचारक थे। उनके नैतिक मूल्यों और आदर्शों को अपनाकर ही समाज का उत्थान संभव है।”
प्रतिमा पर पुष्पांजलि और श्रद्धांजलि अर्पित
इस अवसर पर सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
गौरतलब है कि विद्यालय में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण 12 जनवरी 2024 को तत्कालीन अवर प्रमंडल शिक्षा पदाधिकारी सह वर्तमान जिला शिक्षा अधीक्षक आयुष कुमार के द्वारा किया गया था।
मुख्य अतिथि और उपस्थित लोग
इस कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनन्त शक्ति, सेवानिवृत्त पारा शिक्षक मनोज कुमार पाठक, शिक्षाविद सह समाजसेवी नवीन चंद्र सिंह, सहायक शिक्षक प्रमोद कुमार रजवार, हेमलता जायसवाल, कुमारी मंजूषा पाठक, सौरभ कुमार जायसवाल उर्फ सोनू जायसवाल सहित सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम ने क्षेत्र में स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और नैतिक मूल्यों को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।