- पाली
घेवरचन्द आर्य पाली
अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा दिल्ली के प्रधान पद के चुनाव की अधिसूचना महासभा के मुखपत्र “जांगिड ब्राह्मण” मासिक में जारी की गई है, जिसके अनुसार चुनाव 12 जनवरी 2025 को आयोजित होंगे।यह एक महत्वपूर्ण कदम है। जो समाज के लिए एक नई दिशा तैयार करेगा।
अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा पाली जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश जांगिड का कहना है कि इस चुनाव के माध्यम से समाज के सदस्यों को अपने पसंदीदा उम्मीदवार को चुनने का अवसर प्राप्त होगा जो उनकी आकांक्षाओं और आवश्यकताओं को पूरा करेगा। इस चुनाव में भाग लेने वाले उम्मीदवारों को समाज की समस्याओं और चुनौतियों को समझने की आवश्यकता होगी, साथ ही उन्हें समाज के विकास और प्रगति के लिए एक स्पष्ट दृष्टिकोण और योजना प्रस्तुत करनी होगी।
उन्होंने कहा कि चुनाव की प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए, यह आवश्यक है कि चुनाव निर्देशिका 2024 का निर्धारित नियमों और दिशानिर्देशों का पालन किया जाए। साथ ही, चुनाव में भाग लेने वाले सभी उम्मीदवारों और समर्थकों को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से चुनाव प्रक्रिया में भाग लेना चाहिए। प्रधान पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होना एक महत्वपूर्ण कदम है। जो समाज के लिए एक नई दिशा तैयार करेगा। इस चुनाव में भाग लेने वाले सभी उम्मीदवारों और समर्थकों को शुभकामनाएं।
महासभा के पूर्व राष्ट्रीय प्रचार मंत्री घेवरचन्द आर्य के अनुसार यह चुनाव 12 जनवरी 2025 को होगा। महासभा की सदस्यता ग्रहण करने की अंतिम तिथि 11 नवंबर 2024 थी। चुनाव प्रक्रिया के अनुसार, 18 नवंबर 2024 को सदस्यता सूची का प्रकाशन किया गया और आपत्तियां स्वीकार की गई थी । इसके बाद, 28 नवंबर 2024 को मतदाता सूची में संशोधन किया गया अब संशोधित सूची का प्रकाशन 5 दिसंबर को किया जाएगा। चुनाव के लिए नामांकन 7 दिसंबर को होगा और नाम वापसी 8 दिसंबर को होगी। इसके बाद, जो उम्मीदवार मैदान में रहेंगे, उन्हें चुनाव चिन्ह आवंटित किए जाएंगे और 12 जनवरी 2025 को गुप्त मतदान प्रक्रिया द्वारा निष्पक्ष चुनाव करवाया जाएगा।
बताया जाता है कि महासभा कि और से प्रवीण कुमार शर्मा को मुख्य चुनाव अधिकारी और सुरेन्द्र कुमार वत्स, कैलाश शर्मा (सालीवाले ), बंसत कुमार जांगिड़ और राधेश्याम मांडन को चुनाव अधिकारी बनाये गये है। लेकिन महासभा द्वारा नियुक्त चुनाव अधिकारियों के बारे में समाज बंधुओं की चिंताएँ वाजिब हैं। क्यों कि पिछले चुनावों में उनकी देखरेख में विवाद उत्पन्न हुए हैं, तो यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर महासभा को ध्यान देने की आवश्यकता है।
महासभा के हित चिन्तकों और जागरूक मतदाताओं की राय में भी दम है कि नए चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति करके चुनाव करवाकर आम समाज का विश्वास जीता जा सकता है। यह एक अच्छा विचार हो सकता है, क्योंकि नए अधिकारियों के आने से चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ जाती है। अखिल भारतीय जांगिड़ महासभा को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, और आम समाज की राय को ध्यान में रखते हुए एक निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया को सुनिश्चित करना महासभा के काम पदाधिकारियों का नैतिक कर्तव्य एवं दायित्व है।