भीलवाडा 11 मार्च।
आयुष विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में चित्रकूट धाम में आयोजित हो रहे आरोग्य मेले में तीसरे दिन सोमवार को बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. उगाता मीना ने आयुर्वेद के महत्व को समझाते हुए बताया कि बालको की बीमारियां जैसे रक्ताल्पता, विकासवरोध, शैय्या मूत्रता, पेट के रोग, इम्यूनिटी आदि में आयुर्वेद चिकित्सा सर्वोत्तम है। डॉ विनय ने बालको के पेट में कीड़े की चिकित्सा एवं सुवर्ण प्राशन आदि के बारे में विस्तार से समझाया।
उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग डॉ ओ.पी. नागर ने बताया कि शिविर के तीसरे दिन लगभग 1185 रोगियों ने आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा आदि से लाभ लिया। 510 व्यक्तियों ने रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्धक कद्धे का सेवन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रृंखला में आरोग्य आनंदोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें गोवत्सल भाई श्री विष्णु संघावत, महेश शर्मा, दिनेश अमरवासी, प्रमोद सोनी, प्रियंक आदि ने भजनों से शहरवासियों का मन मोह लिया।