टुंडी रोड़ की सभी हाईमास्ट लाइटें बनी शोभा की वस्तु विभाग बेखबर
- टुंडी
टुंडी रोड़ की सभी हाईमास्ट लाइटें इन दिनों शोभा की वस्तु बनकर रह गया है।
विदित हो कि टुंडी रोड़ में पड़ने वाले हर चौंक चौराहों में देखेंगे तो लाईटें बूझा हुआ मिलेगा चाहे वह चरकमोड़ हो या टुंडी,कोल्हर, लाला टोला ,लोधरिया, महाराजगंज कहने का मतलब बराकर ब्रीज से गोविंदपुर तक कि सभी लाईटें अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे हैं गोविंदपुर गिरिडीह मुख्य मार्ग का निर्माण महज़ एक बर्ष भी ठीक से नहीं हुआ और हाईमास्ट लाइटें बेकार सी साबित हो गया। विभाग द्वारा आनन भानन में घटिया क़िस्म की लाईटें लगवा कर अपनी बिल भुगतान कर लिया गया अब समस्या उत्पन्न होना शुरू हो गया इस सड़कों से राहगीर बिना भय के साथ रात को भी यात्रा करते थे तथा लाईटें रहने पर क्राइम करने वालों में भी भय व्याप्त रहता था।
समय रहते विभाग अगर इन लाईटों को दुरूस्त नहीं कराता हैं तो पूजा में अंधेरा का भरपूर लाभ चोरों द्वारा उठाया जायेगा क्योंकि सभी लाईटें बूत गया है शाम होते ही गोविंदपुर गिरिडीह मुख्य मार्ग अंधेरे में डुब जाता है जिससे राहगीर अब देर रात चलने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं विभाग भी सड़क की समाप्ति पर इस और ध्यान देना जरूरी नहीं समझता है। लाईटें जब जलती थी तब राहगीर मध्यरात्रि में भी आवाजाही करते थे। साथ ही छोटे छोटे बाल बच्चों को भी लेकर बेहिचक लोगों का आना-जाना लगा रहता था। आज़ के इस समाचार के प्रकाशित होने पर इस और विभाग सक्रिय होती है या निष्क्रिय यह इनके विवेक पर निर्भर करता है।
The other day, while I was at work, my cousin stole my apple ipad and tested to see if it can survive a 40 foot drop, just so she can be a youtube sensation. My apple ipad is now destroyed and she has 83 views. I know this is entirely off topic but I had to share it with someone!