इटमारिया में राजमाता अहिल्या बाई होलकर पुस्तकालय एवं वाचनालय पर राजमाता अहिल्या बाई होलकर की जयंती मनाई
- बनेड़ा
राजमाता अहिल्याबाई होल्कर पुस्तकालय एवं वाचनालय ईटमारिया ( तस्वारिया खुर्द)द्वारा राजमाता अहिल्याबाई होलकर की जयंती का कार्यक्रम रखा गया।
राजमाता अहिल्याबाई होलकर के विचारों को हिंन्दु समाज में प्रचार प्रसारित करने का संकल्प लिया एवं राजमाता अहिल्याबाई होल्कर के विचारों व पदचिन्हों पर चल कर भारतीय संस्कृति को बचाने का संकल्प लिया। राजकीय माध्यमिक विद्यालय तस्वारिया खुर्द के अध्यापक सुरेंद्र कुमार ने राजमाता अहिल्याबाई के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने अहमदनगर नाम बदलकर ‘अहिल्या नगर’ कर दिया है. ये महारानी अहिल्याबाई के नाम पर रखा गया है. अहिल्याबाई प्रसिद्ध सूबेदार मल्हारराव होलकर के पुत्र खंडेराव की पत्नी थीं. अहिल्याबाई किसी बड़े राज्य की रानी नहीं थीं.
उनका कार्यक्षेत्र अपेक्षाकृत सीमित था. फिर भी उन्होंने जो कुछ किया, उससे आश्चर्य होता है। ,अखिल भारतीय गाडरी समाज जिला अध्यक्ष शाहपुरा भैरु लाल गाडरी,( कादीसहाना) ने उपस्थित सभी युवा समाजसेवियों को राजमाता अहिल्या बाई होलकर से शिक्षा , व जागरुकता , पर्यावरण, जलसंसाधन न्याय,कृषि आदि क्षैत्रो में किये हुए कार्यों से सीख लेकर समाज का नाम रोशन करना चाहिए।हिन्दू जागरण मंच के तहसील संयोजक मोहन गाडरी, कार्यालय प्रमुख मांगीलाल गाडरी , हरिकिशन माली, रतन गाडरी भीमपुरा, भेरूलाल गाडरी सालरिया, उदय लाल , सुरेश रेगर, महावीर गाडरी , सुरेश माली, जमना लाल गाडरी ,भैरु गाडरी, नारायण गाडरी,सिताराम भोपा, एवं सभी छात्र-छात्रा मौजूद रहे।