बाली उपखण्ड के ग्राम पंचायत सैणा में ग्राम सभा का हुआ आयोजन
बाली
बाली उपखण्ड के ग्राम पंचायत सैणा में सरपंच मीनाक्षी मीणा की अध्यक्षता में ग्राम सभा आयोजित हुई।
बैठक में उच्चतम न्यायालय द्वारा प्रकरण संख्या 202/1995 आई, ए संख्या 41723/2022 के तहत मुख्य वन संरक्षक कार्य आयोजना एवं वन विभाग राजस्थान -जयपुर दवारा स्थानीय ग्राम पंचायत की ओरण एवं पारिस्थितिकी भूमि को डीम्ड फोरेस्ट घोषित करने के लिएं स्थानीय ग्राम पंचायत से मांगें गये प्रस्ताव का ग्राम सभा में सर्व सम्मति से विरोध कर बैठक में डीम्ड फोरेस्ट घोषित नही करने का प्रस्ताव लिया गया।
सरपंच मीनाक्षी मीणा ने बताया कि स्थानीय ग्राम पंचायत के राजस्व गांव सैणा व जिवदा जवाई बांध डुब क्षैत्र के तट पर बसे हुए है। ग्राम पंचायत की अधिकांश जमीन डुब क्षैत्र में है।डुब क्षैत्र के बाहर खातेदारी भूमि अति कम है। स्थानीय लोगों से अधिकांश जमीन बाहरी लोगों दवारा खरीद कर तार बंदी, निर्माण कार्य हो रहे है। स्थानीय लोंग पशुपालक, किसान, मजदूर वर्ग है। पशुओं के चरने के लिए चारागाह के रुप मे मात्र सिवायचक, गोचर भूमि ही है।वर्तमान गोचर व अन्य भुमि आबादी क्षैत्र से सटी हुई है।
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आम लोगों के हित को देखते हुए डीम्ड फोरेस्ट मे भूमि नही देने का प्रस्ताव लिया गया। बैठक में अतिक्रमण, पेयजल, सफाई, नरेगा कार्य सहित विभिन्न योजनाओं पर व्यापक समीक्षा की गयी। बैठक में उप सरपंच डुंगर सिंह राणावत, समस्त वार्ड पंच, पदेन ग्राम विकास अधिकारी विकास दवे, कनिष्ठ सहायक प्रमोद कवर, पटवारी मोतीलाल सहित ग्राम सभा में आम लोग मौजूद रहे।