बालविवाह सामाजिक व कानूनी अपराध -माली
सादड़ी 7 मई।
बालविवाह सामाजिक व कानूनी अपराध है, हमें बालविवाह किसी भी हालत में नहीं होने देना है इसके लिए जन जन का जागरुक करना है।
उक्त उद्गार प्रधानाचार्य विजय सिंह माली ने स्थानीय श्रीधनराज बदामिया राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सादड़ी में मीना मंच व गार्गी मंच के तत्वावधान में आयोजित विचार गोष्ठी में व्यक्त किए। माली ने कहा बाल विवाह के दुष्परिणामों का खामियाजा व्यक्ति व समाज का उठाना पड़ता है अतः बालविवाह अभिशाप बनकर रह जाता है।इस अवसर पर स्नेहलता गोस्वामी, प्रकाश परमार, मधु गोस्वामी,महावीर प्रसाद, कन्हैयालाल ने भी विचार व्यक्त किए। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता स्नेहलता गोस्वामी ने की।
सरस्वती पूजन से प्रारंभ हुई इस विचार गोष्ठी में बालविवाह निषेध अधिनियम की जानकारी दी गई। अंत में सरस्वती पालीवाल ने बाल विवाह रोकने का संकल्प दिलाया गया। इस अवसर पर मनीषा ओझा, कविता कंवर, मनीषा सोलंकी, वीरमराम चौधरी, रमेश सिंह, रमेश कुमार वछेटा, चुन्नीलाल लोंगेशा व गजेंद्र सिंह समेत समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।मंच संचालन प्रकाश कुमार शिशोदिया ने किया। इससे पूर्व बालिकाओं द्वारा नई आबादी में जागरूकता रैली निकाली।