अक्षय तृतीया की बिक्री पर चुनाव आचार संहिता ने डाला रंग में भंग बाजारों में रौनक गायब
सोने चांदी के बढ़े भाव से लाइट वेट आभूषणों की मांग बढ़ी, पिछले वर्ष की अपेक्षा कुल 20% सेल रहने का अनुमान
9 मई 2024, मुम्बई / नई दिल्ली
कॉन्फेडैरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री एवं अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने बताया देश भर में सोने चांदी की धनतेरस के बाद बड़े पर्व अक्षय तृतीया को मुंबई सहित देश भर के बाजारो से आशानुरूप रौनक गायब है।
ऑल इण्डिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने कहा की सोने चांदी की बढ़ी कीमतें और देश में वर्तमान में चल रहे लोकसभा चुनाव के कारण देश के सर्राफा बाजारों में बिक्री को प्रभावित किया है। पिछले वर्ष सोने का भाव 60 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम था जो की अबकी 72 हजार को पार कर गया है अतः कुल बिक्री अबकी पिछली बार की अपेक्षा 20% रहने का अनुमान है। यानी सर्राफा में अबकी कुल बुलियन सिक्के और आभूषण सहित 5 टन सोने की बिक्री यानी करीब 3600 करोड़ और 200 टन चांदी लगभग 1640 करोड़ की बिक्री का अनुमान है ।
एआईजेजीएफ के राष्ट्रीय महामंत्री नितिन केडिया ने बताया पिछले वर्ष मुंबई में ही करीब 300 किलो सोने की बिक्री यानी 216 करोड़ और चांदी की पिछले वर्ष में 1700 किलो यानी 14 करोड़ की बिक्री हुई थी जबकि पिछले वर्ष चांदी का भाव 75 हजार था और इस वर्ष 83 हजार है। पंकज अरोरा ने यह भी कहा की अबकी बढ़ते भाव की वजह से बाजारों में हल्की ज्वैलरी की मांग अधिक है देश भर के दुकानदारों के पास अच्छा कलेक्शन मौजूद है साथ ही बाजारों में कई आकर्षक योजनाओं की भी धूम है।
शंकर ठक्कर ने आगे कहा की देश में लोकसभा चुनाव के वजह से लगी आचार संहिता भी सर्राफा व्यापार को प्रभावित कर रही है क्योंकि महिलाएं वर्ष भर नकद बचत कर अक्षय तृतीया पर आभूषण खरीदती है जिसकी कोई लिखा पढ़ी नही होती आचार संहिता में 50 हजार से अधिक नकदी के स्थानांतरण पर प्रतिबंध है जिसके कारण भी ग्राहक चेकिंग के डर से बाजार आने को कतरा रहा है जबकि बढ़े भाव की वजह से 50 हजार में आज 7 ग्राम सोना भी नही आता है।
केडिया ने यह भी कहा की AIJGF भविष्य में चुनाव आयोग से नकदी के स्थानांतरण की सीमा 50 हजार से बढ़ाए जाने की मांग करेगा क्योंकि भविष्य में बहुमूल्य धातुओं के भाव और बढ़ेंगे।