माली ने ‘गिजुभाई के साहित्यिक अवदान’ पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में किया पत्रवाचन
सादड़ी 29फरवरी।
सी के एन के एच हिंदी साहित्य समिति आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में स्थानीय श्रीधनराज बदामिया राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सादड़ी के प्रधानाचार्य विजय सिंह माली ने गिजुभाई के साहित्यिक अवदान पर पत्रवाचन किया।
माली ने अपने पत्रवाचन में गिजुभाई के बाल साहित्य, किशोर साहित्य, शैक्षिक साहित्य व चिंतन साहित्य पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा कहा कि गिजुभाई के साहित्य का प्रत्येक शब्द शिक्षानुभव की स्याही में डूबा हुआ है। गिजुभाई का साहित्य सर्जन बालक को श्रेष्ठ मानव बनाने के ध्येय से लिखा गया। गिजुभाई ने बाल-साहित्य की मजबूत नींव रखकर बाल-साहित्य को समाज में प्रचलित और लोकप्रिय बनाया। उनकी लिखित दिवास्वप्न कालजयी कृति है जिसे सभी को पढ़ना चाहिए।
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इस संगोष्ठी में देश विदेश के 135 विद्वानों ने अलग-अलग साहित्यकारों के साहित्यिक अवदान पर आनलाइन आफलाइन पत्र वाचन किया।
सरस्वती पूजन से प्रारंभ हुई इस अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में सर्वप्रथम हिंदी साहित्य समिति की अध्यक्षा डॉ नम्रता जैन ने स्वागत किया। मुख्य वक्ता के रुप में कुमार भास्कर वर्मा संस्कृत विश्वविद्यालय असम के कुलपति प्रोफेसर प्रहलाद जोशी , जेजान यूनिवर्सिटी सउदी अरेबिया के प्रोफेसर विपिन शर्मा तथा मिशिगन टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर प्रीतम मंडल का पाथेय मिला। संगोष्ठी का संचालन डॉ नम्रता जैन ने किया।
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