सड़क निर्माण की मांग को लेकर जायघा में चुनाव बहिष्कार की सुगबुगाहट
- जगम्मनपुर, जालौन
जनपद में लोकसभा निर्वाचन मतदान की अंतिम तिथि की पूर्व संध्या पर माधौगढ़ तहसील अंतर्गत ग्राम जायघा में सड़क निर्माण की मांग को लेकर चुनाव बहिष्कार की आहट सुनाई दे रही है।
बताया जा रहा है कि इस चुनाव बहिष्कार का कारण वर्षा ऋतु के समय नदियों में बाढ़ आ जाने पर ग्राम जायघा चारों ओर पानी से घिर जाता है इसके कारण पूरा गांव आपदाग्रस्त एवं असुरक्षित हो जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए ग्राम जायघा से जगम्मनपुर के लिए खेतों के बीच से गुजरने वाला 6 किलोमीटर कच्चे मार्ग पर पक्का रोड बनवा दिया जाए तो इस समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा एवं जायघा की जगम्मनपुर से दूरी कम हो जाने के कारण ग्रामीणों की दैनिक समस्याओं का भी समाधान हो जाएगा।
अनुचित अवसर पर उचित मांग
भाजपा प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह वर्मा से इस विषय पर पूछे जाने पर उन्होंने बताया की ग्राम जायघा में चुनाव बहिष्कार की योजना या निर्णय लिए जाने की जानकारी नहीं है यदि यह सूचना सही है तो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। जायघा राष्ट्रवादी विचारधारा को पोषित करने वाला रामपुरा क्षेत्र का बड़ा गांव है यदि इस गांव की कोई समस्या है तो प्राथमिकता के आधार पर समाधान करके ग्राम जायघा के विकास के लिए जो आवश्यक होगा उसे पूर्ति करने का काम किया जाएगा लेकिन जब राष्ट्रहित के लिए होने वाले यज्ञ की आहुतियां पड़ने जा रही है उस समय इस तरह का निर्णय लिया जाना अनुचित एवं दुर्भाग्यपूर्ण है।
माधौगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक मूलचंद्र निरंजन ने बताया कि ग्राम जायघा तक आवागमन हेतु पक्की एवं अच्छी सड़क का निर्माण कराया गया है। मध्य प्रदेश के भिंड एवं इटावा जाने के लिए शॉर्टकट मार्ग हेतु नदी पर पैंटून पुल का निर्माण कराया गया है। जायघा तथा नदिया पार के चार गांव सुल्तानपुर बिलौड हुकुमपुरा जखेता की समृद्धि व सुरक्षा के लिए जो भी प्रयास किया जा सकता है वह करने का कार्य किया जाएगा।
ग्राम प्रधान जायघा सौरभ सिंह ने बताया की सुदृढ़ लोकतंत्र के लिए मतदान आवश्यक है उन्होने कहा कि व्यावहारिक रूप से चुनाव बहिष्कार का मैं पक्षधर नहीं हूं लेकिन जनमत के आगे नतमस्तक हूं यदि चुनाव बहिष्कार का निर्णय मूर्तिरूप लेता है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा।