भारतीय संस्कृति के अनुरूप शिक्षा देना ही विद्या भारती का लक्ष्य है – गोविन्द कुमार
नवीन आचार्य अभ्यास वर्ग छठा दिवस
- भीलवाड़ा
विद्या भारती शिक्षा संस्थान के तत्वावधान में आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय शाहपुरा में आयोजित नवीन आचार्य अभ्यास वर्ग में गुरूवार को मुख्य अतिथि गोविन्द कुमार, सह संगठन मंत्री, विद्या भारती राजस्थान रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता लादूराम सीरवी, सचिव, विद्या भारती शिक्षा संस्थान चित्तौड़गढ़ ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। अतिथि स्वागत प्रधानाचार्य महेन्द्रसिंह चुण्डावत, विजयसिंह चुण्डावत द्वारा किया गया। बौद्धिक सत्र में मुख्य अतिथि गोविन्द कुमार ने विद्या भारती का लक्ष्य बताते हुए कहा कि.
इस प्रकार की राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली का विकास करना है, जिसके द्वारा ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण हो सके जो हिन्दुत्व निष्ठ एवं राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत हो, शारीरिक, प्राणिक, मानसिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक दृश्टि से पूर्ण विकसित हो तथा जो जीवन की वर्तमान चुनौतियों का सामना सफलता पूर्वक कर सकें और उसका जीवन ग्रामों, वनों, गिरिकन्दराओं एवं झुग्गी-झौपड़ियों में निवास करने वाले दीन-दुःखी अभावग्रस्त अपने बान्धवों को सामाजिक कुरीतियों, शोषण एवं अन्याय से मुक्त कराकर राष्ट्र जीवन को समरस, सुस्कृत बनाने के लिए समर्पित हो।
भारतीय संस्कृति के अनुरूप शिक्षा देना ही विद्या भारती का लक्ष्य है। उन्होने कहा कि आचार्य आचरण से सीखाता है, हमारी कथनी व करनी में अन्तर नही होना चाहिए। स्थानीय विद्यालय के प्रधानाचार्य दुर्गालाल जाँगिड़ ने बताया कि, इस सात दिवसीय वर्ग में प्रशिक्षणार्थियों को विषय विशेषज्ञों द्वारा निरन्तर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन गणपत सिंह वर्मा द्वारा किया गया।