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कैट के सुझाव पर बैंकों के अनैतिक ब्याज ऐठने पर आरबीआई ने लगाई रोक

कॉन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री एवं अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने बताया नियमों को दरकिनार कर आड़कों को अलग अलग तरीके से ठगने वाले बैंकों और वित्तीय संस्थानों के बारे में कैट द्वारा आरबीआई को सुझाव दिए गए थे जिस पर अमल करते हुए केंद्रीय बैंक आरबीआई ने परिपत्र जारी कर चेतावनी दी है. आरबीआई ने कहा है कि ग्राहकों से गलत तरीकों से वसूले गए ब्याज और दूसरे चार्ज को वापस करें।

  • मुम्बई/नई दिल्ली

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Lalit Dave
National Correspondent

Lalit Dave, Reporter And National Correspondent - Mumbai Maharashtra

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आजकल बहुत से लोगों ने किसी ना किसी बैंक से होम लोन या फिर ऑटो लोन, सीसी, ओडी फैसिलिटी, लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी लिया होता है। कई बार बैंक ज्यादा ब्याज या फिर ऐसे चार्ज वसूलते हैं कि ऋण लेने वाले को पता ही नहीं चलता है। कुछ सौ रुपये की बात सोचकर कोई भी बैंकॉक के खिलाफ शिकायत करने के बजाय बैंकों को मनमानी को नजरंदाज कर देते हैं। लेकिन बैंकों की इस हेरा फेरी के बारे में कैट ने आरबीआई को अवगत कराने पर आरबीआई ने ना सिर्फ इसको पकड़ा है बल्कि बैंकों और वित्तीय संस्थानों को सर्कुलर भी जारी किया है। आरबीआई के इस कदम से ऋण लेने वालों का सीधा फायदा होगा और बैंकों की मनमानी और गलत तरीके से ब्याज वसूली पर लगाम लगेगी।

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बैंकों की क्या-क्या गड़बड़ी आरबीआई ने पकड़ी है। आपको पता नहीं होगा कि बैंक लोन रोशन होने की तारीख से ब्याज वसूलने लगते हैं जबकि आपसे ब्याज लोन डिसबर्समेंट के दिन से लेना चाहिए। आपने इसपर ध्यान नहीं दिया होगा और इसका फायदा बैंक अबतक उठा रहे थे। इसी तरह अगर आप समय से पहले लोन का बकाया पैसा जमा करते थे। तब भी बैंक आपसे पूरे महीने का ब्याज वसूलते थे, जबकि जिस दिन आपने पैसा जमा कराया, ब्याज उसी दिन तक का लिया जाना चाहिए था। आपमे में कुछ ग्राहक ऐसे होंगे, जिनसे लोन की एक से ज्यादा किश्तें एडवांस ली गई होंगी। जबकि आपसे ब्याज लोन की पूरी राशि का लिया रहा होगा। उस एडवांस किस्त भी जो आप शुरुआत में ही जमा कर चुके थे। आपने ध्यान ही नहीं दिया होगा कि बैंकों ने आपसे ब्याज चेक तैयार करने की तारीख से ब्याज वसूला जबकि बैंक ने लोन का चेक कई दिनों बाद दिया होगा।

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बढ़ी संख्या में ऐसे लोग भी होंगे, जिन्हें बैंकों की इस हेराफेरी
या कहें ठगी का पता ही नहीं चला होगा। लेकिन आरबीआई 
ने बैंकों के अपने ग्राहकों के साथ इस व्यवहार को अनुचित 
और नियमों के खिलाफ माना है। जिसका सीधा प्रभाव 
उन करोड़ों बैंक ग्राहकों पर पड़ेगा, जिन्होंने बैंकों से 
किसी ने किसी तरह का लोन लिया हुआ है।

इस मामले में आरबीआई का कहा है कि बैंको ने किसी भी ग्राहक से वसूले गए अतिरिक्त व्याज का पैसा वापिस करें, यानी आपसे भी बैंक ने गलत तरीके से ब्याज वसूला है तो उसे वापिस करना होगा आरबीआई ने बैंकों और वित्तीय संस्थान को व्याज वसूलने के अनुचित तौर-तरीकों का रिव्यू करने को कहा है। इसी के साथ आरबीआई ने बैंकों को व्याज वसूलने में पारदर्शिता के लिए जरूरी कदम उठाने को भी कहा है इसके अलावा कहा है कि बैंक चेक के बदले लोन की राशि आनलाइन करे आरबीआई के जारी किये गये सभी नियम तत्काल प्रभाष से लागू हो गए हैं।

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शंकर ठक्कर ने आरबीआई द्वारा उठाए गए इस कदम का स्वागत और धन्यवाद करते हुए कहा पिछले कुछ समय में ऐसे मामले सामने आए। जब कुछ फिनटेक कंपनियों और लोन एप की तरफ से ब्याज वसूलने के लिए ग्राहकों को धमकी देने, एजेंट भेज कर डराने-धमकाने मामले सामने आए। लोन और कुछ भारी भरकम ब्याज के दबाव में आकर कुछ लोगो ने खुदकुशी जैसा कदम उठा लिया। जो कि गंभीर चिंता का विषय है।

न्यूज़ डेस्क

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