पुलिस ऑब्ज़र्वर ने बड़ीसादड़ी व निम्बाहेड़ा विधान सभा क्षेत्र में भ्रमण के दौरान चुनावी तैयारी की समीक्षा की
पुलिस पर्यवेक्षक ने जिले के बड़ीसादड़ी व निंबाहेड़ा विधानसभा के संवेदन शील व अति संवेदनशील बूथों का भ्रमण कर उन पर किए जाने वाले सुरक्षा प्रबंधों एवं जिले की सीमा पर लगे पुलिस नाकों व चुनाव के दौरान व्यापक रूप से सुरक्षा के इंतजाम को लेकर पुलिस अधिकारियों व कर्मियों से मिलकर समीक्षा की।
शांतिपूर्ण व भयमुक्त चुनाव को लेकर प्रतापगढ़ व चित्तौड़गढ़ जिले की सीमा से लगने वाले थानों व संवेदनशील सहित सभी मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम को लेकर विशेष रणनीति तैयार कर कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि जिले में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं भय रहित मतदान सम्पन्न कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा निर्वाचन के मद्देनजर जिले में नियुक्त पुलिस ऑब्जर्वर आईपीएस पी. सी. थेनमोरी ने जिले के बड़ीसादड़ी व निम्बाहेड़ा विधानसभा क्षेत्र के संवेदनशील व अति संवेदनशील सहित वनरेबल पोलिंग बूथों व नाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने ड्यूटी में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्वाचन कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने चुनाव में कानून व्यवस्था के दौरान पुलिस प्रबंध की जानकारी ली।
पुलिस ऑब्जर्वर आईपीएस पी सी थेनमोरी ने निम्बाहेड़ा विधानसभा के छोटीसादड़ी थाना क्षेत्र के कारुंडा गांव में लगे नाके व एमपी बॉर्डर के नाके नो मिल नाका केसुन्दा पर पहुंच थानाधिकारी छोटीसादड़ी दीपक कुमार से नाके के गुजरने वाले वाहनों को चैकिंग व सत्यापन के बारे में जानकारी ली। डीएसपी छोटीसादड़ी आशीष कुमार से भी सुरक्षा इंतजाम जाने।
उन्होंने छोटीसादड़ी के केसुन्दा, जलोदा जागीर, बड़ीसादड़ी के करजू मोड़, बोहेड़ा आदि क्रिटिकल व वनरेबल पोलिंग बूथों का निरीक्षण कर सुरक्षा मानकों एवं पोलिंग बूथ तक विकलांग मतदाता के पहुंचने के रास्तों व अन्य व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। इस मौके पर पुलिस उप अधीक्षक कृष्णा सामरिया व थानाधिकारी बड़ीसादड़ी रायसल सिंह, उप निरीक्षक शीतल गुर्जर सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
इस दौरान पुलिस ऑब्जर्वर ने पुलिस अधिकारियों को पूरी निष्पक्षता के साथ कर्तव्यों का निर्वहन करने, मतदान केन्द्र व क्षेत्र में लगातार पेट्रोलिंग और भ्रमण करने तथा प्रत्येक शिकायत पर फौरन एक्शन लेने के निर्देश दिए। जिला मुख्यालय पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए बनाए गए सेक्टर पुलिस मोबाइल और अन्य वाहनों की उपलब्धता को जाना।