अजमेर की ऐतिहासिक आनासागर झील में पिछले लंबे समय से बिछी जलकुंभी की हरी चादर के बाद अब ठेकेदार के द्वारा आनासागर झील से जलकुंभी हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। ठेकेदार द्वारा आनासागर झील से डिवीडिंग मशीन की सहायता से जलकुंभी निकाली जा रही है।
आनासागर झील के चारों ओर फैली जलकुंभी से आना सागर में गंदगी पसरी हुई थी लेकिन अब ठेकेदार के द्वारा झील की सफाई की जा रही है और डिवीडिंग मशीन, जेसीबी व लेबर की मदद से झील की सफाई की जा रही है और झील को साफ व स्वच्छ बनाया जा रहा है।
आनासागर झील की सफाई करवा रहे सुपरवाइजर करण सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों से लगातार झील की सफाई की जा रही है और 30 से 35 मजदूर लगाकर झील से जलकुंभी निकाली जा रही है, इसके अलावा जेसीबी व डिवीडिंग मशीन की सहायता से जलकुंभी हटाने का कार्य पिछले कई दिनों से किया जा रहा है और अब तक झील से अनेक डंपर जलकुंभी के निकाले जा चुके हैं।
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उन्होंने बताया कि रात में जलकुंभी झील के किनारे आ जाती है जिसको डिवीडिंग मशीन की सहायता से निकाला जा रहा है, आनासागर झील की सफाई को लेकर डिवीडिंग मशीन दिन-रात चलाई जा रही है जिससे कि आना सागर झील को साफ किया जा सके। झील के अलावा राम प्रसाद घाट व आनासागर चौपाटी के पाथ वे की भी साफ सफाई की गई है । वही झील की सफाई होने से अब आनासागर झील अपने वास्तविक स्वरूप में साफ दिखाई दे रही है।
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