विजय शांतीसूरीश्वरजी माराज साहेब की 9 मी वर्षगांठ हर्षोल्लास के साथ मनाई गई
- भायंदर
श्री शांती योगी जैन ट्रस्ट 27 मई 2024 ईदरा कोंपलेक्स विश्व की महानतम विभूति युग प्रधान आचार्य सम्राट 1008 श्री विजय शांती सुरीश्रवर जी माराज साहेब की 9 वी वर्षगांठ हर्षोल्लास मनाई।
सुबह 7:00 बजे गुरूदेव का पक्षाल,फुल हार ,वाक्षेप पुजा हुई सुबह 8:00बजे बुदी भाता वितरण हुआ,सुबह 9 :00बजे आरती मंगल दिपक, सुबह 10:00 बजे अष्ट प्रकारी पुजा भणाई गई 12:00 बजे गुरू प्रसादी रखी गई भक्तो ने गुरू प्रसादी का लाभ लिया। शाम को 8:00 बजे विराट गुरूभक्ति हुई आरती ओर मंगल दिपक उतारा गया गुरूदेव अजैन होते हुऐ भी विश्व मे जैन का ङंका बजाया था. गुरूदेव का संक्षिप्त जिवन परिचय गुरूदेव का जन्म 25 जनवरी 1890मे वंसत पंचमी के शुभ दिन हुआ था जन्म स्थान मणादर (सिरोही) पिता का नाम -भीम तोला ,माता का नाम वसुदेवी, जाती – अहिर बचपन का नाम-सगतोजी, दिक्षा- रामसीन जालोर मे 9/02/1905मे दिक्षा -तीर्थ विजय मा साहेब से ली थी दादा गुरूदेव- धर्म विजय महाराज साहेब आचार्य पदवी 20/11/1933 को निर्वाण 23/9/1943 को अचलगढ माऊटआबु मे अग्नि संस्कार 27/9/1943 समाधी मंदीर प्रतिष्ठा माणङोली नगर मे वंसत पंचमी को हुई थी.