पुनक कल्ला में कुलदेवी अर्बुदा माताजी मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव : भक्ति, श्रद्धा और संस्कृति का अद्भुत संगम

- जसवंतपुरा
उपखंड जसवंतपुरा क्षेत्र के पुनक कल्ला गांव में नव निर्मित कुलदेवी अर्बुदा माताजी, जुजार लखमणजी बारड़ एवं सती माताजी सोंपुदेवी गांगल मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव भव्य रूप से आयोजित किया गया।
यह तीन दिवसीय आयोजन 28 से 30 अप्रैल 2025 तक संपन्न हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। भक्ति और संस्कृति के इस अद्वितीय संगम ने समूचे पुनक कल्ला को आस्था की भावनाओं में सराबोर कर दिया।
प्रथम दिवस: भव्य भजन संध्या में गूंजे भक्ति के सुर
मंगलवार, 28 अप्रैल को प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव की पूर्व संध्या पर विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्रसिद्ध भजन गायिका गीता रबारी एंड पार्टी ने अपनी सुरमयी प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत गणपति वंदना से हुई, जिसके बाद “आवो-आवो भोलेनाथ”, “रो पर्चो भारी”, “जगदंबा हजार हाथ वाली”, “भोलेनाथ की लीला न्यारी” जैसे लोकप्रिय भजनों पर नृत्य कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं।
इस आयोजन में शिव-पार्वती नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। हजारों श्रद्धालु रातभर भजन संध्या में झूमते और भक्तिरस में डूबे नजर आए।
द्वितीय दिवस: प्राण-प्रतिष्ठा व पुष्पवर्षा से पवित्र हुआ वातावरण
बुधवार, 29 अप्रैल को नव निर्मित मंदिरों में मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुई। कुलदेवी अर्बुदा माताजी, जुजार श्री लखमणजी बारड़ एवं श्री सती माताजी सोंपुदेवी गांगल की मूर्तियों की प्रतिष्ठा बड़े धूमधाम से की गई।
इस दौरान विशेष आकर्षण रहा हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा, जिसने समूचे आयोजन को दिव्य और अलौकिक बना दिया। जयकारों से गूंजते पांडाल में श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे पर गुलाल उड़ाकर और नृत्य करके अपनी खुशी का इजहार किया।
ध्वजारोहण और कलश चढ़ाने की रस्म भी बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ सम्पन्न हुई, जिसे यजमानों ने निभाया।
तृतीय दिवस: महाप्रसादी और विदाई समारोह
गुरुवार, 30 अप्रैल को महोत्सव का समापन महाप्रसादी और विदाई समारोह के साथ हुआ। भव्य प्रसाद आयोजन में हजारों श्रद्धालुओं ने सहभागिता की और भोजन प्रसाद ग्रहण किया। साधु-संतों, महंतों और पंडितों की उपस्थिति ने आयोजन को और भी आध्यात्मिक बना दिया।
राजनीतिक और प्रशासनिक उपस्थिति ने बढ़ाया आयोजन का गौरव
इस आयोजन में रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी, पूर्व विधायक नारायणसिंह देवल, पूर्व राज्य मंत्री भूपेंद्र देवाड़ा सहित अनेक राजनेता और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। साथ ही पुलिस प्रशासन, स्थानीय प्रतिनिधियों, समाजसेवियों और युवाओं ने पूरे आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
संस्कृति, श्रद्धा और एकता का प्रतीक बना पुनक कल्ला
तीन दिवसीय यह प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव न केवल धार्मिक आयोजन था, बल्कि यह एक सांस्कृतिक उत्सव भी था जिसमें गांव की एकता, परंपरा और आस्था का अद्भुत प्रदर्शन हुआ। डीके देवासी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार, समूचा आयोजन अनुशासित, भव्य और श्रद्धा से ओत-प्रोत रहा, जिसे सभी श्रद्धालु लम्बे समय तक स्मरण रखेंगे।